भारत की 5 भूतिया जगहें जहाँ डर के मारे कोई आसपास नहीं रहता

Vineet Bansal

आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं भारत की पांच भूतियाँ जगहों के बारे में। ये पांच भूतियाँ जगहें ऐसी हैं जहाँ डर के मारे कोई आसपास नहीं फटकता हैं। आपने दो ऐसे शब्द हो सुने ही होंगे जिसको सुनकर लोगों की दिमाग की नसे तिलमिलाने लगती हैं। वो दो शब्द हैं ‘अनजाने स्थान’ और ‘रहस्य’।

ऐसी बातें लोगों को गौर से सुनने में मदद कर सकती हैं। इन सब के जरिए हम डरते हैं और उन सब चीजों को देखने में उतारु होते हैं। इतना ही नहीं आपने फिल्मों में भी देखा होगा की डरवाने भूतिया सीन को देखकर लोग कैसे डरने लगते हैं? वे जंगलों में, इमारतों में अपनी जान बचाने के लिए भाग-दौड़ करते हैं।

फिर ऊपरी चक्करों को खत्म करने के लिए भाग-दौड़ करने लगते हैं। लेकिन क्या ये सब सच होता हैं? क्या लोग सच में अकेले किलों में जाने से डरते हैं? क्या आमुक्त आत्माएँ पुराने स्थानों में बसेरा बनाकर रहने लगती हैं? 

क्या आमुक्त आत्माएँ पुराने स्थानों में बसेरा बनाकर रहने लगती हैं? – Kya Bhatakti Aatma purane khandar me rahane lagati hain?

ऐसे कई सवाल आपके मन में जरुर आते ही होंगे? कई लोगों का मानना हैं की दूनिया अब 21वीं सदी में प्रवेश कर चुकी हैं। विज्ञान अब काफी तरक्की कर चुका हैं मगर जहाँ अंधविश्वास की बात हैं वहाँ अंधविश्वास अपनी जगह पर काम करता हैं।

kya amukt aatmaen purane sthanon mein basera banakar rahane lagati hain

दूनिया के तमाम ऐसे देश हैं जहाँ पुराने राग अपनी जड़ फैलाए हुए हैं। भारत के परिपेक्ष में भी ये सब बातें लागू होती हैं। यहाँ के लोग आज भी भूत-प्रेत, डायन आदि सब बातों को मानते हैं।

ऐसे कहानियाँ तो अब लोग बड़े चाव से सुनते हैं और कई बच्चे तो डर के मारे अपनी माँ को याद करने लगते हैं। जरा सोचे की अगर ये कहानियाँ सच में हकीकत बनकर सामने आएँ तो क्या होगा? 

भूतिया कहानियाँ सच में हकीकत बनकर सामने आएँ तो क्या होगा? – Bhutiya kahaniyan sach mein hakikat banakar samane aaen to kya hoga?

ये सब बातें सोचने के बाद कठोर-से-कठोर व्यक्ति कांपने लगता हैं। इतना ही नहीं कुछ जानकर तो ऐसा भी मानते हैं की भारत में कई ऐसी इमारते हैं जहाँ भूत-प्रेत या भटकती आत्माओं की वजह से सुर्खियाँ होने लगती हैं।

bhutiya kahaniyan sach mein hakikat banakar samane aaen to kya hoga

ऐसे स्थान जहाँ आत्माएँ भटकती हैं वो स्थान हज़ारों वर्षों से एक भयानक श्राप को झेल रहे हैं। इन स्थानों पर जाने से ऊपरी चक्कर के लोग नुकसान पहुँचाने लगते हैं। आज हम आपसे कुछ किस्सों को जन्म देने वाली जगहों के पीछे की कहानी के बारे में चर्चा करेंगे। 

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भारत की 5 भूतिया जगहें – (Bharat ki 5 bhutiya jagahen)

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं भारत की पांच भूतिया जगहें के बारे में।

bhaarat kee paanch bhootiya jagahen

अब हम आपसे भारत की पांच भूतिया जगहें के बारे में बात करें तो भारत की पांच भुतिया जगहें निम्नलिखित हैं साथ ही इन जगहों की कहानी भी निम्नलिखित हैं:- 

पिसावा के जंगल – Pisawa ke jungle

वहाँ के स्थानीय लोगों के अनुसार उत्तर प्रदेश के मथूरा जिले के देहात इलाके में एक ऐसी जगह हैं जिसके अंदर जाने से पर्यटकों का कलेजा कांपने लगता हैं। कारण बताया गया हैं की इस जगह पर सर्र-सर्र जैसी आवाज़ आने लगती हैं और रात में काला-काला पर्दा-सा छाने लगता हैं।

pisawa ke jangal

इतना ही नहीं छाता तहसील के पिसावा नामक गांव के पास तरह-तरह के पेड़ों-हींस-करील और जीवों का बसेरा भी हैं। इन जगहों पर हज़ारों की संख्या में बंदर रहते हैं।

पुराणों में यह कहा जाता हैं की महाभारत का युद्ध जब खत्म हुआ तब आचार्य द्रोण के महाबलशाली पुत्र अश्ववस्थामा पांण्डवों की विजह के बाद इन झाड़ियों में प्रवेश कर गए थे वो यहीं हैं। घुमावदार जंगल के इस स्थान पर प्रत्येक शनिवार यज्ञ रचाया जाता हैं।

बड़ी संख्या में श्रद्धालू भक्त भी यहाँ परिक्रमा करने आते हैं। बच्चे-बूढ़े और महिलाएँ तो रोज़ ही मिलने जाएँगे लेकिन वे भी इन झाड़ियों के अंदर नहीं जाते हैं। यदि आप परिक्रमा या पूजन करने के लिए जाना चाहते हैं तो वाहन चलते हैं लेकिन यहाँ के प्रशासन और पदाधिकारी ने इन जगहों को अनदेखी कर इसकी प्रसिद्धि को अनजाना-सा बना दिया हैं। 

मान्यता यह भी हैं की पिसावा के पास ‘झाड़ी वाले बाबा’ जंगल से कोई लकड़ी लेकर बेचने नहीं जा सकता, घर नहीं लेके जा सकता। ये सब बाते यहाँ का हर व्यक्ति जानता हैं।

यदि भूलवश कोई भी व्यक्ति लकड़ी ले जाने की कोशिश करता हैं तो उसका अनर्थ होने लगता हैं। एक ग्रामीण ने तो यह भी बताया हैं की एक बार एक घमंड़ी व्यक्ति यहाँ से पेड़ों को काटकर बेचने वाला था, उसके सभी पशु मर गए थे और वृक्ष काटने वाला व्यक्ति भी नाक से खुन फेंककर भाग खड़ा हुआ।

तभी से यह बात स्पष्ट हो गई हैं की यहाँ से कोई भी व्यक्ति लकड़ी नहीं लेके जा सकता। हाँ, यदि आप आस्था कार्यों जैसे पुण्य-प्रसादी और भण्डारा करते हैं तो और भला होगा यहाँ की लकड़ी लेकर। 

डेंजर इलाके में नहीं जा सकते – Danger ilake mein nahin ja sakate

यहाँ आसपास कई पुराने खण्डहर भी हैं जो पता नहीं किसने बनवाए होंगे। कोई अकेला व्यक्ति इन खण्हरों में जाना तो दूर यहाँ के आए लोग भी ऐसे इलाके में नहीं जाते हैं।

denjar ilaake mein nahin ja sakate

इसकी वजह खतरनाक कीट-पतंगे या ऊपरी बवाल का होना होता हैं। यह तो वहाँ जाने से स्पष्ट होता हैं। 

मेरठ का भूत बंगला – Meerut ka bhoot bangala

उत्तर प्रदेश के एक मेरठ जिले में एक बेहद डरावना किस्सा हैं ‘भूत बंगले का’। यह भूत बंगला मॉल मोड स्थित कैंट बोर्ड के सीईओ के आवास के पास हैं। सीईओ के आवास और व्हीलर्स क्लब के बीच एक रास्ता अंदर की और भी जाता हैं।

meerut ka bhoot bangala

मॉल रोड से लगभग 650 मीटर अंदर जाने के क्रम में कई झाड़ियों से जूझना पड़ता हैं। लेकिन घबराने की कोई बात नहीं हैं। क्योंकि बंगले की दहलीज़ एक पक्की सड़क पर हैं।

इस स्थान पर पीले रंग के बंगले में पांव रखते ही कबूतरों की फड़फड़ाहट की आवाज़ एक बारगी आपको डरा देती हैं। हालांकि भूत बंगला की दीवारों पर इतने अपशब्द लिखे मिलेंगे की उनको समझने में देर लग सकती हैं।

हज़ारों वर्ष पूराने इस भूतिया बंगले का फर्श अभी भी मज़बूत हैं और ऊपर जाने की सीढ़ी भी अभी भी दुरुस्त हैं। हाँ, लेकिन दीवारें कही‌-कही‌ से टूटी हुई हैं, जालियाँ नुची हुई हैं और धूल-गंदगी का अंबार हैं।

बंगले के कमरों में प्रवेश करने पर जूते-चप्पलों की छाप के साथ कोनों में दारु की बोतलें, सिगरेट, नमकीन के पैकेट और अन्य आपत्तिजनक समान की उपस्थिति यह बताने के लिए काफी हैं की डर की आड़ में यहाँ क्या-क्या नहीं होता।

दुनिया के लिए वीरानी की चादर ओढ़े इस बंगले में जाम भी छलकने लगते हैं और रंगीनियत भी होने लगती हैं। इतना ही नहीं एक कमरे में तो चार ईंटें इस तरह से रखी हूई हैं की इससे साफ जाहिर होता हैं की यहाँ आए दिन ताश या जुआ खेला जाता हैं। यहाँ की कमरें हवादार हैं। लेकिन धूप, बारीश से बचने के लिए यह बंगला सुरक्षित हैं। 

भानगढ़ का किला – Bhaangadh ka kila

भानगढ़ फोर्ट, राजस्थान के अलवर जिले के पास स्थित हैं। भानगढ़ का किला भारत की टॉप मोस्ट हॉन्टेड जगह हैं। इसे आम भाषा में भूतों का भानगढ़ भी कहा जाता हैं। इस बारे में रोचक कहानी यह हैं की 16वीं शताब्दी में यहाँ भानगढ़ बसता हैं। 300 सालों तक भानगढ़ का किला खूब फलता-फूलता रहा हैं।

bhanagadh ka kila

यहाँ की सुंदर राजकुमारी रत्नावती पर काले जादू में महारथ तांत्रिक सिंधु सेवड़ा आसक्त हो जा सकता हैं। वो राजकुमारी को वश में करने के लिए काला जादू भी करता हैं पर स्वयं उसका शिकार हो कर मर भी जाता हैं। पर मरने से पहले भानगढ़ की बर्बादी का श्राप भी दे जाता हैं।

संयोग से उसके एक महीने बाद पड़ोसी राज्य अजबगढ़ से लड़ाई में राजकुमारी सहित सारे भानगढ़ वासी मारे जाते हैं और भानगढ़ वीरान हो जाता हैं। तभी से वीरान हुआ भानगढ़ आज भी वीरान हैं और कहते हैं की उस लड़ाई में मारे गए लोगों के भूत आज भी रात को भानगढ़ के किले में भटकते हैं। तांत्रिक को श्राप की वजह से उन सब की आत्मा आज तक मुक्त नहीं हो पाई हैं। 

कुलधरा गाँव, जैसलमेर – Kuldhara Village (Jaisalmer)

कुलधरा गाँव एक और राजस्थान का स्थान हैं। जैसलमेर जिले का कुलधरा गाँव पिछले 170 वर्षों से वीरान पड़ा हैं। कुलधरा गाँव पालीवाल ब्राहमणों का गाँव था।

kuldhara village, jaisalmer

कुलधरा गाँव के सैकड़ों लोग अपनी गाँव की एक लड़की को अय्याश दीवान सालम सिंह से बचाने के लिए एक ही रात में इस गाँव को खाली कर के चले हुए हैं और जाते-जाते श्राप देकर गए की यहाँ फिर कभी कोई भी बस पायेगा।

तभी से गाँव वीरान पड़ा हुआ हैं। यह कहा जाता हैं की इस गाँव की रुहानी ताकतें कब्जे में हैं, कभी हंसता खेलता यह गाँव आज एक खंडहर में तब्दील हो चुका हैं। टूरिस्ट प्लेस में बदल चुके कुलधरा गाँव घुमने आने वाले के अनुसार यहाँ रहने वाले पालीवाल ब्राहमणों की आहट आज भी सुनाई देने लगती हैं। 

निष्कर्ष – Conclusion

ये हैं भारत की चार भूतिया जगहें से संबंधित जानकारियाँ हम आपसे आशा करते हैं की आपको जरुर पसंद आई होगी। जानकारी पसंद आने पर जानकारी को लाइक व कमेंट करना ना भूले।

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