आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं बाल झड़ने के कारण, उपचार और बचाव के प्राकृतिक उपाय के बारे में। अब हम आपसे बाल झड़ने के कारण, उपचार और बचाव के प्राकृतिक उपाय के बारे में बात करें तो बाल झड़ना एक ऐसी स्थिति हैं जिसमें व्यक्ति के बाल सामान्य से ज्यादा मात्रा में झड़ने लगते हैं।
सामान्य रुप से व्यक्ति के हर दिन 50 से 100 बालों का झड़ना स्वाभाविक माना जाता हैं। व्यक्ति के ये बाल प्राकृतिक रुप से गिरते हैं और उन बालों की जगह नए बाल उगते रहते हैं।
लेकिन जब व्यक्ति के ये बाल ज्यादा मात्रा में झड़ने लगते हैं और नए बाल कम उगने लगते हैं तब इस स्थिति को बाल झड़ना या एलोपेसिया कहा जाता हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे बाल झड़ने के प्रकार के बारे में।
बाल झड़ने के प्रकार- Baal jhadane ke prakar
अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं बाल झड़ने के प्रकार के बारे में।
अब हम आपसे बाल झड़ने के प्रकार के बारे में बात करें तो बाल झड़ने के निम्नलिखित प्रकार हैं:-
- एंड्रोजेनिक एलोपेसिया:- एंड्रोजेनिक एलोपेसिया को पुरुषों में “मेल पैटर्न बाल्डनेस” और महिलाओं में “फीमेल पैटर्न बाल्डनेस” कहा जाता हैं। यह एलोपेसिया आनुवांशिक कारणों से होता हैं। इसमें बाल धीरे-धीरे पतले होते जाते हैं और बाद में झड़ने लगते हैं।
- टेलोजेन एफ्लुवियम:- टेलोजेल एफ्लुवियम एक अस्थायी स्थिति होती हैं। इस स्थिति में शारीरिक या मानसिक तनाव, बीमारी या किसी सर्जरी के कारण बाल तेज़ी से गिरने लगते हैं। बालों का विकास चक्र बाधित होता हैं और बाल झड़ने लगते हैं।
- एलोपेसिया एरीटा:- एलोपेसिया एरीटा एक ऑटोइम्यून रोग हैं। इसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बालों के रोम पर हमला करने लगती हैं। इन सब के परिणामस्वरुप बाल गिरने लगते हैं और कभी-कभी छोटे-छोटे गंजे पैच भी बनने लगते हैं।
- ट्रैक्शन एलोपेसिया:- ट्रैक्शन एलोपेसिया बालों को खींचने या तंग हेयरस्टाइल के कारण होता हैं। लंबे वक्त तक बालों पर तनाव रहने के कारण बाल कमज़ोर होने लगते हैं और झड़ने लगते हैं।
- सिकाट्रिशियल एलोपेसिया:- सिकाट्रिशियल एलोपेसिया में बालों के रोम नष्ट होते हैं और बाल वापस नहीं उगते हैं। सिकाट्रिशियल एलोपेसिया एक स्थायी स्थिति हैं और इस स्थिति में सिर की त्वचा पर घाव या सूजन होती हैं।
ये हैं बाल झड़ने के कुछ प्रकार जिसमें हमें यह पता चला हैं की बाल झड़ने के प्राकृतिक कारण क्या हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे बाल झड़ने के सामान्य चक्र के बारे में।
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बाल झड़ने के सामान्य चक्र- Baal jhadane ke samanya chakra
अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं बाल झड़ने के सामान्य चक्र के बारे में।
अब हम आपसे बाल झड़ने के सामान्य चक्र के बारे में बात करें तो बालों का जीवन तीन चरणों में बांटा जाता हैं:-
- एनाजेन चरण:- एनाजेन चरण विकास का चरण होता हैं। इस चरण में बाल बढ़ते हैं। यह चरण 2 से 6 वर्ष तक रहता हैं।
- कैटाजेन चरण:- कैटाजेन चरण संक्रमण का चरण हैं। इस चरण में बालों का विकास रुक जाता हैं। यह चरण 1-2 सप्ताह का होता हैं।
- टेलोजेन चरण:- टेलोजेन चरण विश्राम का चरण हैं। इस चरण में बाल गिरते हैं और नए बाल उगने के लिए जगह बनाते हैं। यह चरण 2-3 महीने का होता हैं।
जब यह चरण चक्र बाधित हो जाता हैं तब बालों का झड़ना असामान्य रुप से बढ़ने लगता हैं। यदि बाल झड़ना सामान्य से ज्यादा हो रहा हो या बाल पतले हो रहे हो तब इसे बाल झड़ने की समस्या कह सकते हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे बाल झड़ने के कारण के बारे में।
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बाल झड़ने के कारण- Baal jhadane ke karan
अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं बाल झड़ने के कारण के बारे में। अब हम आपसे बाल झड़ने के कारण के बारे में बात करें तो बाल झड़ने के कई प्रकार के कारण हो सकते हैं जो व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति, जीवनशैली और आहार से संबंधित होते हैं।
यहाँ बाल झड़ने के सामान्य कारण निम्नलिखित हैं:-
हार्मोनल असंतुलन
शरीर में हार्मोनल असंतुलन के कारण बाल गिरने लगते हैं। महिलाओं में प्रेग्नेंसी, मेनोपॉज़ या पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम जैसी स्थितियों के दौरान हार्मोनल परिवर्तन होने लगते हैं। इससे बाल झड़ने लगते हैं। पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का असंतुलन बालों के पतले होने का कारण बनता हैं।
पोषक तत्वों की कमी
बालों के स्वस्थ विकास के लिए शरीर को प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स की आवश्यकता होती हैं। विटामिन डी, विटामिन बी, जिंक, आयरन और प्रोटीन की कमी के कारण बाल कमज़ोर और गिरने लगते हैं।
स्कैल्प इंफेक्शन या रोग
स्कैल्प पर किसी भी प्रकार का संक्रमण जैसी की फंगल इंफेक्शन, डैंड्रफ या अन्य त्वचा संबंधी रोग बालों को कमज़ोर करते हैं। जिससे बाल झड़ने लगते हैं और बालों का विकास प्रभावित होता हैं।
अनहेल्दी लाइफस्टाइल
धूम्रपान, शराब का सेवन और नींद की कमी बालों की गुणवत्ता को प्रभावित करने लगती हैं। प्रदूषण और केमिकल वाले हेयर प्रोडक्ट्स का ज्यादा इस्तेमाल बालों को नुकसान पहुँचाने लगता हैं।
दवाओं के साइड इफेक्ट्स
कुछ दवाएँ जैसे की कैंसर की कीमोथेरेपी, हाई ब्लड प्रेशर की दवाएँ, एंटीडिप्रेसेंट्स और ह्रदय रोग की दवाएँ बालों को नुकसान पहुँचाती हैं।
बालों का बार-बार स्टाइलिंग
अधिक हेयर स्टाइलिंग जैसे की स्ट्रेटनिंग, कलरिंग और केमिकल ट्रीटमेंट्स बालों को कमज़ोर करते हैं और इससे बालों के टूटने का कारण बनता हैं। टाइट हेयर स्टाइल जैसे की पोनीटेल, बालों की जड़ों पर असर डालते हैं और इससे बाल झड़ने लगते हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे बाल झड़ने को रोकने के लिए घरेलू उपाय के बारे में।
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बाल झड़ने को रोकने के घरेलू उपाय- Baal jhadane ko rokane ke gharelu upay
अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं बाल झड़ने को रोकने के घरेलू उपाय के बारे में।
अब हम आपसे बाल झड़ने को रोकने के घरेलू उपाय के बारे में बात करें तो बाल झड़ने को रोकने के लिए कुछ घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं:-
नारियल तेल और आंवला तेल की मालिश
नारियल तेल और आंवला तेल को बराबर मात्रा में मिलाने के बाद नियमित रुप से सिर की मालिश कर लें। यह बालों की जड़ों को मज़बूत करने लगता हैं और बालों का गिरना कम करने लगता हैं।
प्याज़ का रस
प्याज़ का रस बालों के गिरने के लिए अत्यंत लाभदायक होता हैं। इसमें सल्फर पाया जाता हैं जो बालों के विकास को बढ़ावा देता हैं। प्याज़ का रस निकालने के बाद सीधे स्कैल्प पर लगा लें और 30 मिनट बाद सिर को धो लें।
मेथी के बीज
रातभर मेथी के बीजों को पानी में भिगो लें। सुबह मेथी के बीजों को पीस लें। इस पेस्ट को बालों की जड़ों में लगाने के बाद 30-40 मिनट के लिए छोड़ लें। बाद में बालों को धो लें। मेथी बालों को मज़बूत बनाती हैं और गिरने से बचाती हैं।
एलोवेरा जेल
एलोवेरा बालों के लिए अत्यंत लाभदायक होता हैं। एलोवेरा जेल स्कैल्प में लगाने के बाद 1 घंटे बाद धो लें। एलोवेरा बालों को जड़ों को पोषण दे सकता हैं और स्कैल्प को स्वस्थ रखता हैं।
दही और अंडे का मास्क
अंडे और दही को मिलाने के बाद स्कैल्प पर लगा लें। बाल को 45 मिनट बाद धो लें। यह मास्क बालों को जरुरी प्रोटीन और पोषण प्रदान करता हैं।
ग्रीन टी
ग्रीन टी में एंटीऑक्सिडेंट्स गुण पाए जाते हैं। ग्रीन टी बालों के झड़ने को कम करने में मददगार रहता हैं। ग्रीन टी का पानी स्कैल्प पर लगाने के बाद 1 घंटे बाद धो लें।
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निष्कर्ष- Conclusion
ये हैं बाल झड़ने के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय से संबंधित जानकारियाँ हम आपसे आशा करते हैं की आपको जरुर पसंद आई होगी। जानकारी पसंद आने पर जानकारी को लाइक व कमेंट जरुर करें।
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आजकल की रोजमर्रा की जिंदगी के कारण बीमरियाँ बहुत बढ़ गई हैं। इसी के कारण भी बाल झड़ने की बीमारी बढ़ती जा रही हैं। ये बीमारी सबसे ज्यादा 30 से 40 के बीच के व्यक्ति को हैं।