आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं एक चटपटी खबर के बारे में। अब हम आपसे एक चटपटी खबर के बारे में बात करें तो कोटा से एक लड़की लापता हुई हैं। पुलिस ने अभी उस लड़की को ढ़ूंढ़ निकाला हैं। पुलिस को वो कोचिंग छात्रा दिल्ली से मिली हैं।
पुलिस उस कोचिंग छात्रा को अभी कोटा लेकर आ रही हैं। उस कोचिंग छात्रा की प्रारंभिक जाँच भी हुई हैं। उस प्रारंभिक जाँच से यह मामला सामने आया हैं वह छात्रा मानसिक तनाव से झूझ रही थी। इन सब के कारण वह कोचिंग छात्रा पढ़ाई छोड़कर कोटा से चली गई थी।
कोचिंग छात्रा का पढ़ाई छोड़कर कोटा से चले जाने का कारण- Coaching Chhatra ka padhai chhodkar kota se chale jane ka karan
आजकल के बच्चों पर कम्पीटिशन और पढ़ाई का तनाव बहुत बुरी तरह से हावी हो गया हैं। इस तनाव से बचने के लिए बच्चे आजकल सुकूल की तलाश ढ़ूंढ़ने में इधर-उधर भागने लग रहे हैं। इन सब के चलते बच्चे बहुत सी बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। जैसे की डिप्रेशन इत्यादि। वो छात्रा कोटा से 6 दिन पहले लापता हुई थी। बाद में पुलिस के द्वारा वह छात्रा दिल्ली में मिली थी।
कोटा की शहर पुलिस और मानव तस्करी विरोधी यूनिट की टीम द्वारा उस लड़की को दिल्ली में पाया गया। अब उस कोचिंग छात्रा को कोटा में लाया जाएगा और बाद में काउंसलिंग करने के बाद परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा।
पुलिस की प्रारंभिक जाँच से यह मामला सामने आया हैं की वो छात्रा मानसिक तनाव के कारण बिना किसी को बताए हॉस्टल से निकल गई थी।
कोचिंग छात्रा का पूरा मामला- Coaching Chhatra ka pura mamala
बिहार की कोचिंग छात्रा पिछले काफी वक्त से कोटा में रहकर मेडिकल के परीक्षा की तैयारी करने लग रही थी। यह कोचिंग छात्रा बिहार के भागलपुर गाँव में रहने वाली निवासी हैं। यह कोचिंग छात्रा कोटा के जवाहर नगर थाना इलाके के राजीव नगर में एक हॉस्टल में निवास कर रही हैं।
पिछले छह दिनों पहले वो कोचिंग छात्रा अपने हॉस्टल के एक कमरे में एक खत छोड़कर निकल गई थी। उस पत्र में कोचिंग छात्रा ने स्वयं की मर्जी से जाने की बात लिखी हुई थी। इसके साथ जैसे ही इस लड़की की सूचना उस लड़की के परिजनों और पुलिस को मिली तुरंत कारवाई शुरु की गई थी।
कोचिंग छात्रा से ज्यादा पूछताछ अभी नहीं की जा सकी- Coaching Chhatra se jyada puchhatachh abhi nahin ki ja saki
पुलिस के अनुसार छात्रा से मिली जानकारी के तहत वह छात्रा अभी मानसिक तनाव से झुंझ रही थी। इस मानसिक तनाव से परेशान होकर वह लड़की हॉस्टल से भाग गई थी। अभी उस लड़की से ज्यादा पूछताछ नहीं की जा सकती हैं। पुलिस अभी उस कोचिंग छात्रा को कोटा लेकर पहुँच रही हैं।
अभी इस सप्ताह कोचिंग के दो स्टूडेंट ने फांसी का फंदा लगाकर जान दे थी। उन दो छात्रों में से एक छात्रा ने सुसाइड नोट भी लिखा हुआ था। उस सुसाइड नोट में उस छात्रा ने पढ़ाई के तनाव के कारण सुसाइड जैसा कदम उठाया हुआ था।
हाँ जी आपने बिल्कुल सत्य कहा हैं। बच्चों को पढ़ाई के लिए बहुत तनाव हो रहा हैं क्योंकि आजकल कम्पीटिशन बहुत ज्यादा बढ़ गया हैं। ये चीज़ बिल्कुल गलत हैं। बच्चों पे पढ़ाई के लिए प्रेशर नहीं देना चाहिए। अगर बच्चे दिनरात पढ़ाई भी करते रहे तो भी बच्चे सफल नहीं हो पाएगे। क्योंकि उनको पढ़ाई का तो बहुत ज्ञान मिल जाएगा लेकिन दुनियाभर का ज्ञान नही मिल पाएगा। इसीलिए बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ दुनियादारी का भी ज्ञान देना चाहिए। सिर्फ बच्चों को किताबीकीड़ा ही नहीं बने रहने चाहिए। बल्कि बच्चों को धार्मिक ज्ञान भी होना चाहिए। बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ महाभारत, रामायण और अन्य कथाओं के बारे में भी पता होना चाहिए। सिर्फ किताबीकीड़ा बने रहने से कुछ नहीं होता।
Very Bad news for kota coaching students.