आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं माघी पूर्णिमा पर महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की भीड़ के बारे में। अब हम आपसे माघी पूर्णिमा पर महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की भीड़ के बारे में बात करें तो आज फिर से प्रयागराज के संगम तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हैं।
आज माघी पूर्णिमा होने की वजह से श्रद्धालु अपने पूरे परिवार के साथ संगम तट पर स्नान करने के लिए पहुँचे हैं। संगम तट पर सुबह-सुबह 1 करोड़ लोग आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
माघी पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं की भीड़- Maghi Purnima par shraddhaluon ki bhid
आज माघी पूर्णिमा पर महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ गई हैं। आज संगम तट के दोनों तरफ श्रद्धालु ही श्रद्धालु नज़र आने लग रहे हैं। सुबह-सुबह 1 करोड़ लोग महाकुम्भ के संगम में डुबकी लगा चुके हैं। आज सबसे पहले नागा साधुओं के अखाड़ों ने स्नान किया हैं।
इसके बाद अखाड़ों और साधु-संतों ने महाकुम्भ के संगम में डुबकी लगाई हैं। इसी प्रक्रिया के बाद आम श्रद्धालुओं ने स्नान करना आरम्भ किया हैं। आज संगम तट पर स्नान कर रहे श्रद्धालुओं के ऊपर हेलिकॉप्टर से फूल बरसाए जाने लग रहे हैं। हम आपको बता देते हैं की अब तक महाकुम्भ में 46.25 करोड़ से अधिक श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं।
सुबह 4 बजे से माघी पूर्णिमा स्नान की मॉनिटरिंग कर रहे हैं योगी- Subah 4 baje se Maghi Purnima snan ki monitoring kar rahe hain yogi
अमृत स्नान के लिए प्रयागराज महाकुम्भ में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा हैं। अमृत स्नान को लेकर प्रशासन ने बेहतर इंतजाम किए हुए हैं। सीएम योगी स्वयं माघी पूर्णिमा स्नान की सुबह 4 बजे से मॉनिटरिंग करने लग रहे हैं।
इसके साथ ही मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के खास इंतजाम किए हुए हैं। आज पूरे प्रयागराज को नो व्हीकल जोन घोषित किया हुआ हैं।
महाकुम्भ में नया ट्रैफिक प्लान लागू- Mahakumbh mein naya traffic plan lagu
मेला प्रशासन ने माघी पूर्णिमा पर नया ट्रैफिक प्लान लागू किया हुआ हैं। इस ट्रैफिक प्लान के अनुसार, आज मेला क्षेत्र समेत पूरा प्रयागराज शहर नो व्हीकल जोन घोषित किया गया हैं।
कल्पवासियों के वाहन को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई हैं। इस मेला क्षेत्र में केवल प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ी और स्वास्थ्य विभाग के वाहनों के एंट्री की अनुमति दी गई हैं। इसके साथ ही VIP पास भी रद्द कर दिया गया हैं।
कभी-कभी ऐसे पवित्र स्थानों पर भीड़ होने ही लगती हैं। क्योंकि यह भीड़ लोगों के अंदर बसे भगवान की आस्था की भीड़ हैं।