आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं AMU में हुआ होली मिलन समारोह को लेकर विवाद के बारे में। अब हम आपसे AMU में हुआ होली मिलन समारोह को लेकर विवाद के बारे में बात करें तो AMU के मास्टर्स के छात्र ने कहा की हिंदू छात्रों ने AMU के प्रॉक्टर को वाइस चासंलर को एक खत लिखकर होली मिलन समारोह का आयोजन करने की अनुमति मांगी थी। हिंदू छात्र 9 मार्च को AMU के NRSC क्लब में होली मनाना चाहते हैं।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में होली मनाने को लेकर विवाद- Aligarh muslim vishwavidyalaya mein holi manane ko lekar vivad
होली मनाने को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में विवाद खड़ा हो गया हैं। कैंपस में यूनिवर्सिटी के कुछ छात्रों ने होली मिलन समारोह के आयोजन की अनुमति मांगी थी।
इस अनुमति को यूनिवर्सिटी ने देने से मना कर दिया। होली मिलन समारोह आयोजन की अनुमति न देने से नाराज़ छात्रों ने AMU प्रशासन पर हिंदू छात्रों के साथ हुए भेदभाव का आरोप लगाया हैं।
AMU वीसी से मांगी थी होली समारोह की अनुमति- AMU VC se mangi thi holi samaroh ki anumati
AMU के मास्टर्स के छात्र अखिल कौशल ने कहा की 25 फरवरी को हिंदू छात्रों ने AMU के प्रॉक्टर को वाइस चांसलर को एक खत लिखा था। इस खत में 9 मार्च को AMU के NRSC क्लब में होली मिलन समारोह का आयोजन करने की अनुमति मांगी थी।
इस अनुमति को लेकर वाइस चांसलर में प्रोफेसर डोन की मीटिंग बुलाई गई थी। मीटिंग में होली मिलन समारोह के आयोजन के बारे में चर्चा होने के बाद निर्णय लिया गया हैं की होली मिलन समारोह आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
छात्र ने मीटिंग की ऑडियो-वीडियो वायरल करने की बात कही- Chhatra ne meeting ki audio-video viral karne ki baat kahi
छात्र ने आगे कहा की ‘मीटिंग में जिस तरह की चर्चा हुई हैं उसके ऑडियो और वीडियो हमारे पास उपस्थित हैं। अगर हमें अनुमति नहीं दी गई तो हम वो ऑडियो-वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे।
AMU में अन्य धर्म के धार्मिक आयोजन भी किए जाते हैं, लेकिन हिंदू छात्रों को उनसे कोई आपत्ति नहीं हैं, तो फिर हिंदू छात्रों को होली मिलन समारोह के आयोजन से क्यों रोका जा रहा हैं। दूसरी तरह प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में AMU को मिनी इंडिया बताया था।
अखिल का कहना हैं की भारत सब धर्मों का सम्मान करने के लिए जाना जाता हैं। इसलिए AMU की वाइस चांसलर प्रोफेसर नईमा खातून को सब धर्म का सम्मान रखते हुए उनके कार्यक्रम की अनुमति देनी चाहिए।
नाराज़ छात्र का यह कहना हैं की अगर यूनिवर्सिटी अनुमति नहीं देती हैं तो वे इस मामले को पीएम मोदी के संज्ञान में लाएंगे।
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने क्या कहा?- University prashasan ne kya kaha?
यूनिवर्सिटी के प्रॉपर प्रोफेसर वसीम अली ने कहा की हमें वीसी को एड्रेस कर एक खत मिला था। इस खेत में एक तरह से विशेष आयोजन को करने की मांग की गई थी।
लेकिन मुस्लिम यूनिवर्सिटी में किसी भी तरह से विशेष आयोजन को करने की अनुमति नहीं दी जाती। यूनिवर्सिटी ने कहा की छात्र पहले भी कैंपस में होली मनाते आए हैं, लेकिन कभी भी इस प्रकार के विशेष आयोजन की मांग नहीं हुई थी।
प्रोफेसर ने कहा की छात्र पहले की तरह ही कैंपस या होस्टल रुम में होली का पर्व मना सकते हैं।