सुपरहीरो ने लगाया पृथ्वी को बचाने के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर

Vineet Bansal

आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं फैंटास्टिक फोर फर्स्ट स्टेप्स फिल्म के बारे में। अब हम आपसे फैंटास्टिक फोर फर्स्ट स्टेप्स फिल्म के बारे में बात करें तो मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की 37वीं फिल्म फैंटास्टिक फोर फर्स्ट स्टेप्स में सुपरहीरो परिवार के साथ मिलकर लड़ेंगे।

1960 में अंतरिक्ष यात्री रीड रिचर्ड्स और उनके साथी कास्मिक किरणों से सुपरपावर पाते हैं। पृथ्वी पर गैलेक्ट्स का खतरा मंडराता हैं जो पृथ्वी को खाना चाहता हैं।

मैं इस दुनिया के लिए अपने बच्चे की कुर्बानी नहीं दूंगी, लेकिन इस दुनिया की कुर्बानी नहीं दूंगी। हम मिलकर दुश्मन को हराएंगे, एक फैमिली की तरह। इस संवाद से यह स्पष्ट होता हैं की मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की 37वीं फिल्म फैंटास्टिक फोर फर्स्ट स्टेप्स के सुपरहीरो इस बार परिवार के साथ मिलकर लड़ेंगे।

साल 1960 में आंतरिक्ष यात्री डॉ. रीड रिचर्ड्स उर्फ मिस्टर फैंटास्टिक, सू स्टोर्म, बेन ग्रिम और जानी स्टोर्म आंतरिक्ष में जाते हैं। वहाँ एक गलती की वजह से कास्मिक किरणें उनके डीएनए में बदलाव करती हैं। वह अलग-अलग सुपरपावर के साथ लौटते हैं।

रीड में रबर जैसा लचीलापन आ जाता हैं। बेन का शरीर विशाल पत्थरों जैसा तब वहीं जानी आग का गोला बनता हैं। पृथ्वी पर गैलेक्ट्स का खतरा मंडराता हैं। वह भूखा हैं। पृथ्वी को खाना चाहता हैं।

वह सू से यह सौदा करता हैं की अगर वह अपना बच्चा खाने के लिए दे तब वह पृथ्वी को नहीं खाएगा। सू के बच्चे में कई सुपरपावर्स हैं। सू ऐसा करने से इनकार करती हैं।

फिल्म की कहानी क्या हैं?- Film ki kahani kya hain?

इस फिल्म की कहानी एरिक पीयरसन, जेफ कैप्लन, लैन स्प्रिंगर, कैट वूड ने लिखी हैं। उन्होंने कहानी या पात्रों को एमसीयू को किसी फिल्म या फैंटास्टिक फोर सीरिज़ से नहीं जोड़ा होता हैं। ऐसे में दर्शकों को पिछली कहानी, पात्रों को याद करने पर कोई जोर नहीं लगाना हैं।

Film ki kahani kya hain

सुपरहीरो यहाँ भी पृथ्वी को बचाने लग रहे हैं। लेकिन खासियत यह हैं की इस बार वह अपने परिवार की कुर्बानी नहीं देते हैं। साल 1960 में कहानी सेट हैं, जो इसमें ताज़गी तो लाती हैं, लेकिन उस दौर के अनुसार तकनीकी तौर पर मेल नहीं खाती हैं।

प्रसिद्ध वेब सीरिज़ गेम ऑफ थ्रोन्स के कुछ एपिसोड और वांडाविजन मिनी सीरिज़ के निर्देशक मैट शाकमैन को कई पात्रों को साथ लेकर, उनका इस्तेमाल सही तरीके से करने का तजुर्बा हैं जो इस फिल्म में भी दिखता हैं।

क्लाइमैक्स में न्यूयॉर्क की सड़कों पर गैलेक्ट्स का आना और उससे चारों सुपरहीरो के भिड़ने वाले सीन ज्यादा जबरदस्त हैं। माँ असली सुपरहीरो होती हैं, उसकी झलक क्लाइमैक्स में दिखती हैं।

जैसे हाल की सिनेमैटोग्राफी 1960 के दौर को दृश्यों से अनुभव कराती हैं। इस फिल्म के पोस्ट क्रेडिट सीन से यह साफ हो गया हैं की अगले साल रिलीज़ होने वाली फिल्म एवेंजर्स डुम्स डे में अब यह चार नए सुपरहीरो भी एंट्री लेंगे।

जानिए सो लॉन्ग वैली फिल्म की कहानी के बारे में।

एक्टिंग कैसी हैं?- Acting kaisi hain?

पेड्रो पास्कल शांत, लेकिन बुद्धिमान सुपरहीरो वाली छवि में फिट बैठते है। वनैसा कर्बी माँ और सुपरहीरो की जिम्मेदारियों के बखूबी समझते हुए अभिनय करती है। जोसेफ क्विन एमसीयू के पसंदीदा सुपरहीरो बनने की सारी खूबियाँ रखती हैं।

Acting kaisi hain

एबन मास-बैकरेक और रॉल्फ इनेसन के लिए यकीनन रोल आसान नहीं होगा। क्योंकि उनके पात्र भारी-भरकम सीजीआई से बने हुए हैं। फिर भी पत्थरों से बने एबन अपनी एक्टिंग से सुंदर न दिखने का दर्द अनुभव कराते हैं।

वहीं रॉल्फ एवेंजर्स फिल्म के खलनायक थैनोस की याद दिलाते हैं जो बिना चीखे-चिल्लाए भी डरावना हैं।

आवश्यक जानकारी:- महावतार नरसिम्हा फिल्म की कहानी के बारे में।

निष्कर्ष- Conclusion

ये हैं फैंटास्टिक फोर फर्स्ट स्टेप्स फिल्म से संबंधित जानकारियाँ हम आपसे आशा करते हैं की आपको जरुर पसंद आई होगी। इस जानकारी से आपको इस फिल्म की कहानी के बारे में जानकारियाँ प्राप्त होगी।

इस जानकारी से आपको इस फिल्म के बारे में हर प्रकार की जानकारियाँ प्राप्त हो जाएगी। अगर आपको हमारी दी हुई जानकारियाँ पसंद आए तो आप हमारी दी हुई जानकरियों को लाइक व कमेंट जरुर कर लें।

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