आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं आँख आने के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार के बारे में। अब हम आपसे आँख आने के कारण के बारे में बात करें तो आँख आना को अंग्रेजी में कंजेक्टिवाइटिस कहा जाता हैं। आँख आने का मुख्य लक्षण आँखों में होने वाला एक संक्रमण होता हैं।
अब हम आपसे आँख आने के घरेलू उपचार के बारे में बात करें तो आँख आने के लिए कई घरेलू उपचार हैं जो आँख आने के लक्षणों को कम करने में मददगार होते हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे आँख आने के कारण के बारे में।
आँख आने का कारण- Aankh aane ka karan
अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं आँख आने के कारण के बारे में। अब हम आपसे आँख आने के कारण के बारे में बात करें तो अंग्रेजी भाषा में आँख आने को कंजेक्टिवाइटिस कहते हैं।
कंजेक्टिवाइटिस आँखों में होने वाला एक संक्रमण होता हैं। आँख आने के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:-
- वायरल संक्रमण:- वायरल संक्रमण सबसे आम कारण होता हैं और यह संक्रमण फ्लू या सर्दी जैसे वायरस से फैलता हैं।
- बैक्टीरियल संक्रमण:- बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण आँखे लाल और सूजने लगती हैं।
- एलर्जी:- धूल, धुआँ, पराग या अन्य एलर्जी पैदा होने के कारण तत्वों से एलर्जी होने के कारण आँखें आ सकती हैं।
- आँखों में गंदगी जाना:- कभी-कभी गंदे हाथों से, आँखों को छुने या धूल-धुआँ आँखों में जाने के कारण भी आँख आने का संक्रमण उत्पन्न हो सकता हैं।
- कॉन्टैक्ट लैंस का सही तरीके से इस्तेमाल न करना:- कॉन्टैक्ट लैंस को ठीक से साफ न करने या बार-बार कॉन्टैक्ट लैंस को हाथ लगाने के कारण भी संक्रमण उत्पन्न हो सकता हैं।
- रासायनिक जलन:- साबुन, शैम्पू या अन्य केमिकल्स के संपर्क में आने के कारण भी आँखों में लाली या जलन पैदा होने लगता हैं।
अगर आपके आँखों में बहुत जलन, सूजन या दर्द हो रहा हो तो आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए। अब हम आपसे चर्चा करेंगे आँख आने के घरेलू उपचार के बारे में।
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आँख आने का घरेलू उपचार- Aankh aane ka gharelu upchar
अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं आँख आने के घरेलू उपचार के बारे में। अब हम आपसे आँख आने के घरेलू उपचार के बारे में बात करें तो आँख आने के कई घरेलू उपचार हैं जो आँख आने के लक्षणों को कम करने में मददगार होते हैं।
यदि आँख आने का संक्रमण ज्यादा गंभीर हैं तो आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। यहाँ कुछ सामान्य घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं:-
गुलाब जल का इस्तेमाल
गुलाब जल को रूई के फाहे पर लगाने के बाद आँखों पर हल्के से रख लें। जिससे जलन और सूजन को कम करने में सहायता मिल सकती हैं।
ठंडी पट्टी (कंप्रेस)
ठंडे पानी में साफ कपड़ा भिगोने के बाद आँखों पर रख लें। जिससे आँखों की लाली और सूजन को कम करने में सहायता मिल सकती हैं। यह उपचार आँखों की खुजली को कम करने में सहायक होता हैं।
टी बैग्स
ग्रीन टी या ब्लैक टी के उपयोग किए गए टी बैग्स को फ्रिज में ठंडा करने के बाद आँखों पर रखने से सूजन और जलन में आराम मिलता हैं।
हल्दी पानी
हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं। हल्दी और पानी का पेस्ट बनाने के बाद उसे रूई में भिगोकर आँखों के आसपास लगाएँ। यह आराम दे सकता हैं।
एलोवेरा जेल
एलोवेरा जेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। एलोवेरा जेल को आँखों के आसपास लगाने से सूजन और जलन को कम करने में सहायता मिल सकती हैं।
धनिया के बीज का पानी
धनिया के बीज को उबालने के बाद छान लें। धनिया के बीज को ठंडा होने पर इसे आँखों पर रूई से लगाएँ। जिससे आँखों की जलन और दर्द में आराम मिल सकता हैं।
गर्म पानी से सिंकाई
आँखों को गर्म पानी से धोने के कारण बैक्टीरिया और गंदगी साफ होने लगती हैं। जिससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता हैं।
खूब पानी पिएँ
कभी-भी शरीर में पानी की कमी न होने दें। पानी पीने से शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलने लगते हैं। इससे संक्रमण जल्दी ठीक हो सकता हैं।
निष्कर्ष- Conclusion
ये हैं आँख आने के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार से संबंधित जानकारियाँ हम आपसे आशा करते हैं की आपको जरुर पसंद आई होगी। जानकारी पसंद आने पर जानकारी को लाइक व कमेंट जरुर करें।
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