भैरव बाबा और प्रेतराज सरकार का शक्तिपीठ: मेहंदीपुर बालाजी मंदिर

Vineet Bansal

आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के बारे में। अब हम आपसे मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के बारे में बात करें तो भारत के राजस्थान राज्य के दौसा जिले में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर मेहंदीपुर बालाजी मंदिर हैं। मेहंदीपुर बालाजी मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित हैं।

इस मंदिर में भगवान हनुमान को “बालाजी” के रुप में पूजा जाता हैं। यह मंदिर अपनी विशिष्टता और तांत्रिक साधना के लिए प्रसिद्ध हैं।

विशेषकर यह मंदिर भूत-प्रेत बाधाओं, बुरी शक्तियों और मानसिक समस्याओं के निवारण के लिए ज्यादा प्रसिद्ध हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की खासियत के बारे में।

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की खासियत- Mehandipur balaji mandir ki khasiyat

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की खासियत के बारे में। अब हम आपसे मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की खासियत के बारे में बात करें तो विशेष रुप से बालाजी मंदिर भूत-प्रेत बाधाओं, नकारात्मक शक्तियों और मानसिक तनाव जैसी समस्याओं से मुक्ति दिलाने के लिए प्रसिद्ध हैं।

mehandipur balaji mandir ki khasiyat

इस मंदिर में श्रद्धालु अपनी शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक समस्याओं का समाधान पाने के लिए आते हैं। यहाँ मंदिर से संबंधित खास बातें निम्नलिखित हैं:-

भूत-प्रेत बाधाओं का निवारण

विशेष रुप से बालाजी मंदिर उन लोगों के लिए जाना जाता हैं जो किसी नकारात्मक शक्ति, भूत-प्रेत या बुरी आत्मा के प्रभाव से पीड़ित हैं। इस मंदिर में विशेष अनुष्ठान और पूजा करने से भक्त नकारात्मक शक्ति जैसी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।

तीन प्रमुख देवता

  • श्री बालाजी (हनुमान जी‌):- इस मंदिर में मुख्य देवता बालाजी हैं। बालाजी संकटमोचन के रुप में पूजे जाते हैं।
  • भैरव बाबा:- इस मंदिर में भैरव बाबा नकारात्मक शक्तियों को नियंत्रित करने वाले देवता माने जाते हैं।
  • प्रेतराज सरकार:- इस मंदिर में प्रेतराज सरकार बुरी आत्माओं और प्रेत बाधाओं को दूर करने के लिए पूजे जाते हैं।

तांत्रिक पूजा और अनुष्ठान

बालाजी मंदिर में विशेष तांत्रिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता हैं। तांत्रिक अनुष्ठानों के माध्यम से समस्याओं का समाधान किया जाता हैं। बालाजी मंदिर में आने वाले भक्त अपनो कष्टों का समाधान पाने के लिए सिंदूर, तेल और अन्य विशेष प्रसाद चढ़ाते हैं।

भक्तों का अनुभव

भक्तों का मानना हैं की बालाजी मंदिर में आने के बाद भक्तों की परेशानियाँ और बाधाएँ समाप्त हो जाती हैं। कई लोग बालाजी मंदिर में आने के बाद स्वयं को हल्का और मानसिक रुप से मुक्त अनुभव करते हैं।

सख्त नियम और अनुशासन

बालाजी मंदिर में कोई भी धार्मिक दिखावा नहीं होता हैं। इस मंदिर में मांस-मदिरा का सेवन या अन्य अनुचित व्यवहार पूरी तरह से वर्जित होता हैं। बालाजी मंदिर में आने वाले भक्तों को पूजा के विशेष नियमों का पालन करना पड़ता हैं।

दर्शन का विशेष समय

बालाजी मंदिर में दर्शन और पूजा का समय दिनभर चलता रहता हैं। विशेष रुप से बालाजी मंदिर में तड़के सुबह और शाम की आरती प्रभावशाली मानी जाती हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की कहानी के बारे में।

जानिए 51 शक्ति पीठों की यात्रा के बारे में।

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की कहानी- Mehandipur balaji mandir ki kahani

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की कहानी के बारे में। अब हम आपसे मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की कहानी के बारे में बात करें तो बालाजी मंदिर की कहानी प्राचीन और रहस्यमयी हैं।

mehandipur balaji mandir ki kahani

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की कहानी हिंदू धर्म में विशेष स्थान देती हैं। मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की कहानी का संबंध भगवान हनुमान, भैरव बाबा और प्रेतराज सरकार से हैं। इस मंदिर की स्थापना के पीछे कई कथाएँ प्रचलित हैं।

मंदिर की स्थापना की कथा

प्राचीन काल का संदर्भ

यह माना जाता हैं की बालाजी मंदिर का स्थान हज़ारों वर्ष पुराना हैं। पहले बालाजी मंदिर का इलाका घने जंगलों से घिरा हुआ था। बालाजी मंदिर के स्थान पर भगवान हनुमान, भैरव बाबा और प्रेतराज सरकार ने तपस्या की थी। इससे बालाजी मंदिर का स्थान अधिक शक्तिशाली बन गया था।

स्वपन्न और चमत्कार की कथा

यह कहा जाता हैं की करीब 1000 साल पहले एक भक्त को सपने में भगवान बालाजी ने दर्शन दिए थे। भगवान बालाजी ने उस भक्त को आदेश दिया की बालाजी मंदिर के स्थान पर भगवान बालाजी की मूर्ति की स्थापना करें।

बालाजी मंदिर में भगवान बालाजी की शक्ति स्वत: प्रकट होगी। जब उस भक्त ने बालाजी मंदिर के स्थान की खुदाई की तो तीन मूर्तियाँ स्वत: जमीन से प्रकट हुई थी। वो तीन मूर्तियाँ बालाजी, भैरव बाबा और प्रेतराज सरकार की थी।

स्वयंभू मुर्तियाँ

बालाजी मंदिर की मूर्तियाँ स्वयंभू मानी जाती हैं। स्वयंभू का मतलब हैं की स्वत: प्रकट होना। इस मंदिर की मुख्य मूर्ति बालाजी (हनुमान जी) की हैं। बालाजी की मूर्ति भगवान हनुमान के बाल रुप को दर्शाती हैं।

चमत्कारी शक्तियाँ और भूत-प्रेत बाधा

भूत-प्रेत बाधाओं से मुक्ति का केंद्र

यह माना जाता हैं की बालाजी मंदिर में भगवान बालाजी और भैरव बाबा की कृपा से भूत-प्रेत बाधाओं और नकारात्मक शक्तियों का अंत होता हैं। प्रेतराज सरकार बालाजी मंदिर में उन आत्माओं का न्याय करते हैं जो भक्त को परेशान कर रही होती हैं।

विशेष अनुष्ठान

बालाजी मंदिर में आने वाले भक्त अपनी समस्याओं का समाधान पाने के लिए अर्जी व सवामणी चढ़ाते हैं। बालाजी मंदिर में भूत-प्रेत बाधाओं से मुक्ति के लिए विभिन्न पूजा पद्धतियाँ अपनाई जाती हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की पूजा के बारे में।

यह भी पढ़े:- रामायण की कथा के बारे में।

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की पूजा- Mehandipur balaji mandir ki pooja

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की पूजा के बारे में। अब हम आपसे मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की पूजा के बारे में बात करें तो मुख्य रुप से मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में भगवान हनुमान जी की पूजा की जाती हैं।

mehandipur balaji mandir ki pooja

भगवान हनुमान को बालाजी मंदिर में बालाजी के रुप में पूजा जाता हैं। इन सब के अलावा मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में भैरव बाबा और प्रेतराज सरकार की पूजा की जाती हैं।

बालाजी मंदिर में पूजा जाने वाले प्रमुख देवता

बालाजी (भगवान हनुमान)

इस मंदिर में भगवान हनुमान की मूर्ति बाल रुप में स्थापित होती हैं। बालाजी को संकटमोचन और बाधाओं को दूर करने वाले देवता माने जाते हैं। विशेष रुप से बालाजी मंदिर में भक्त, मानसिक शांति, भूत-प्रेत बाधाओं से मुक्ति और शारीरिक समस्याओं के लिए भगवान हनुमान से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आते हैं।

भैरव बाबा

विशेष रुप से भैरव बाबा को नकारात्मक शक्तियों, और बुरी आत्माओं को नियंत्रित करने वाले देवता माना जाता हैं। भैरव बाबा की पूजा करने से भक्तों को साहस, सुरक्षा और नकारात्मक प्रभावों से बचाव मिलता हैं।

प्रेतराज सरकार

प्रेतराज सरकार की पूजा भूत-प्रेत और अन्य नकारात्मक आत्माओं से मुक्ति पाने के लिए की जाती हैं। प्रेतराज सरकार उन आत्माओं का न्याय करते हैं जो किसी कारणवश परेशानियों का कारण बनती हैं।

आवश्यक जानकारी:- महादेव के 12 ज्योतिर्लिंग

निष्कर्ष- Conclusion

ये हैं भैरव बाबा और प्रेतराज सरकार का शक्तिपीठ मेहंदीपुर बालाजी मंदिर से संबंधित जानकारियाँ हम आपसे आशा करते हैं की आपको जरुर पसंद आई होगी। जानकारी पसंद आने पर जानकारी को लाइक व कमेंट जरुर कर लें।

जानकारी को लाइक व कमेंट करने पर हमें प्रोत्साहन मिलेगा ताकि हम आपको बहेतर-से-बहेतर जानकारियाँ प्राप्त करवा सकें।

हम आपसे आशा करते हैं की हमारी दी हुई जानकारी को प्राप्त करने के बाद आपको थोड़ी संतुष्टि मिली होगी। हमारा उद्देश्य आपको घुमराह करना नहीं हैं बल्कि आप तक सही जानकारी प्राप्त करवाना हैं।

Share This Article
मैं रोज़ाना की खबरों पर लिखने के लिए प्रेरित हूँ और भारत की सभी खबरों को कवर करता हूँ। मेरा लक्ष्य पाठकों को ताज़ा जानकारी प्रदान करना है, जो उन्हें समाचार की समझ और देशव्यापी घटनाओं की खोज में मदद करे।
Leave a comment