दस्त में आराम पाने के आयुर्वेदिक व घरेलू उपचार

Vineet Bansal

आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं पेट में मरोड़ और दस्त होने के बारे में। अब हम आपसे पेट में मरोड़ और दस्त होने के बारे में बात करें तो पेट में मरोड़ और दस्त होने के कई कारण हो सकते हैं। जैसे की संक्रमण, फूड पॉइज़निंग, पाचन संबधी समस्या और तेल-मसालेदार या बाहर का खाना खाने से भी हो सकता हैं।

इस बीमारी में डॉक्टर को तब दिखाना चाहिए जब बार-बार बहुत ज्यादा पानी जैसा दस्त हो रहा हो, खून या काला रंग का दस्त आ रहा हो, तेज़ बुखार या लगातार उल्टी हो रही हो, बहुत कमज़ोरी, चक्कर या पेशाब कम होना और दर्द असहनीय हो या 2-3 दिन में सुधार न हो। अब हम आपसे चर्चा करेंगे पेट में मरोड़ और दस्त होने के कारण के बारे में।

पेट में मरोड़ और दस्त होने का कारण- Pat mein marod aur dast hone ka karan

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं पेट में मरोड़ और दस्त होने के कारण के बारे में। अब हम आपसे मरोड़ और दस्त होने के कारण के बारे में बात करें तो पेट में मरोड़ और दस्त के कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं।

Pat mein marod aur dast hone ka karan

आमतौर पर यह पाचन तंत्र की गड़ब‌ड़ी या संक्रमण के कारण होता हैं। इस बीमारी के मुख्य कारण इस प्रकार हैं:-

संक्रमण

दूषित खाना या पानी से वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस की समस्या हो सकती हैं। अक्सर फूड पॉइज़निंग या सड़क का खाना खाने से बैक्टीरिया पैदा हो सकते हैं। गंदा पानी पीने से पैरासाइट की समस्या हो सकती हैं। इन सब समस्याओं के कारण पेट में संक्रमण हो सकता हैं।

खाना-पानी से जुड़ी समस्या

बासी, दूषित या अधपका खाना, बहुत तैलीय, मसालेदार या बाहर का खाना और दूध या दूध से बने पदार्थ अगर लैक्टोज़ इंटॉलरेंज हो तो पेट में मरोड़ और दस्त की समस्या हो सकती हैं।

पाचन तंत्र की बीमारी

इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम, इनफ्लेमेटरी बाउल डिज़ीज़ और पेट या आँत में इन्फेक्शन के कारण पाचन तंत्र की बीमारी हो सकती हैं।

दवाइयों का असर

दवाइयों का प्रभाव एंटीबायोटिक्स या ऐसी दवाएँ जो आँत की बीमारी की फ्लोरा को बिगाड़ सकता हैं।

एलर्जी या असहिष्णुता

दूध, गेँहू या किसी और खाने से एलर्जी की समस्या हो सकती हैं।

अन्य कारण

पेट में मरोड़ और दस्त के अन्य कारण भी हो सकते हैं। जैसे की तनाव या घबराहट और ज्यादा शराब या कैफीन का सेवन।

अगर मरोड़ और दस्त हल्का हो तो आमतौर पर 1-2 दिन में खुद ठीक हो जाते हैं। विशेष रुप से अगर कारण वायरल इंफेक्शन या खराब खाना हो।

लेकिन अगर लंबे समय तक बने रहें या खून, तेज़ बुखार, उल्टी, बहुत कमज़ोरी हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलना आवश्यक हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे पेट में मरोड़ और दस्त के घरेलू उपाय के बारे में।

पेट में मरोड़ और दस्त का घरेलू उपाय- Pat mein marod aur dast ka gharelu upay

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं पेट में मरोड़ और दस्त के घरेलू उपाय के बारे में। अब हम आपसे पेट में मरोड़ और दस्त के घरेलू उपाय के बारे में बात करें तो पेट में मरोड़ और दस्त के लिए कुछ सुरक्षित घरेलू हो सकते हैं जिनको आप आज़मा सकते हैं।

Pat mein marod aur dast ka gharelu upay

ये घरेलू उपाय आँत को शांत करते हैं और डिहाइड्रेशन को रोकते हैं।

शरीर में पानी और लवण की कमी न होने दें

आप बार-बार ORS घोल पिएँ। इसको आप घर पर भी बना सकते हैं। 1 गिलास उबला ठंडा पानी+ 1 छोटा चम्मच चीनी+ एक चुटकी नमक से आप ORS घोल तैयार कर सकते हैं। ORS के अलावा नारियल पानी, छाछ, हल्का नींबू पानी भी अत्यंत फायदेमंद हैं।

हल्का और सुपाच्य आहार लें

आप खिचड़ी, दलिया, उबला आलू, टोस्ट, मूंग की दाल का पानी ले सकते हैं। दही-चावल बहुत अच्छा हैं और दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स आँत को सही करते हैं। बिल्कुल भी आप मसालेदार, तैलीय और बाहर का खाना न लें। दूध से बचे रहें जब तक दस्त बंद न हो जाए।

असरदार घरेलू नुस्खे

  • अदरक का पानी:- अदरक उबालकर हल्का गुनगुना पीने से पेट में मरोड़ में आराम मिलता हैं।
  • ज़ीरा पानी:- 1 चम्मच ज़ीरा भूनकर पीस लें और बाद में गुनगुने पानी में मिलाकर पी लें।
  • इसबगोल:- दस्त बहुत ज्यादा हो तो 1 चम्मच इसबगोल का भूसी दही में मिलाकर लें।
  • मेथी दाना:‌- थोड़े से मेथी दाने चबाकर या दही के साथ लेने से दस्त नियंत्रित होते हैं।
  • सौंफ पानी:- सौंफ उबालकर उसका पानी पीने से गैस और मरो‌ड़ कम होते हैं।

आराम और परहेज़

अधिक चल फिर न करें और आराम करें। चाय, कॉफी और शराब से बचें। हाथ धोने की आदत रखें ताकि संक्रमण न फैलें। अब हम आपसे चर्चा करेंगे पेट में मरोड़ और दस्त के आयुर्वेदिक उपाय के बारे में।

पेट में मरोड़ और दस्त के आयुर्वेदिक उपाय- Pat mein marod aur dast ke Ayurvedic upay

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं पेट में मरोड़ और दस्त के आयुर्वेदिक उपाय के बारे में। अब हम आपसे पेट में मरोड़ और दस्त के आयुर्वेदिक उपाय के बारे में बात करें तो आयुर्वेद में पेट के मरोड़ और दस्त को पचने में गड़बड़ी, दूषित आहार, जल व संक्रमण के कारण माना जाता हैं।

Pat mein marod aur dast ke Ayurvedic upay

ये आयुर्वेदिक उपाय आँत को शांत करके पाचन को सुधारते हैं और दस्त को रोकने में मददगार रहते हैं।

इसबगोल

1 चम्मच इसबगोल दही में मिलाकर सुबह-शाम लें। आँत में अतिरिक्त पानी सोखकर दस्त को नियंत्रित करता हैं।

मेथीदाना

1 चम्मच मेथीदाना भिगोकर सुबह खाली पेट चबा लें। आप चाहें तो दही के साथ पीसकर भी ले सकते हैं।

बेल का गूदा

बेल का पका गूदा या बेल शरबत दस्त और मरोड़ में अत्यंत मददगार हैं। यह आँत की सूजन को कम करता हैं।

सौंफ और धनिया

1 चम्मच सौंफ+ 1 चम्मच धनिया+ 1 चुटकी मिश्री को उबालकर पानी पी लें। यह पेट दर्द और मरोड़ को कम करता हैं।

अदरक और शहद

अदरक का रस 1 चम्मच+ शहद 1 चम्मच दिन में आप 2 बार लें। यह आँत की गर्मी देकर मरोड़ को शांत करता हैं।

अनार का छिलका

अनार के सूखे छिलके को पीसकर पानी या छाछ में मिलाकर पी लें। यह दस्त और पेट की जलन दोनों में अत्यंत मददगार रहता हैं।

आयुर्वेदिक दवाएँ

  • कुटजारिष्ट:- दस्त रोकने में अत्यंत मददगार रहता हैं।
  • बिल्वादि चूर्ण:- बेल आधारित दस्त और मरोड़ के लिए अत्यंत उत्तम माना जाता हैं।
  • दाडिमाष्टक चूर्ण:- अपच और दस्त में अत्यंत लाभदायक रहता हैं।

निष्कर्ष- Conclusion

ये हैं पेट में मरोड़ और दस्त के घरेलू व आयुर्वेदिक उपचार से संबंधित जानकारियाँ हम आपसे आशा करते हैं की आपको जरुर पसंद आई होगी। इस जानकारी से आपको पेट में मरोड़ और दस्त के घरेलू व आयुर्वेदिक उपाय से संबंधित हर प्रकार की जानकारियाँ प्राप्त होंगी।

इस जानकारी से आपको पेट में मरोड़ और दस्त के कारण के बारे में हर प्रकार की जानकारियाँ प्राप्त होंगी। अगर आपको हमारी दी हुई पेट में मरोड़ और दस्त की बीमारी से संबंधित जानकारी पसंद आए तो आप हमारी दी हुई जानकारी को लाइक व कमेंट जरुर कर लें।

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