अंधेरे से उजाले की और: डिप्रेशन से उबरने की प्राकृतिक राह

Vineet Bansal

आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं डिप्रेशन होने के बारे में। अब हम आपसे डिप्रेशन होने के बारे में बात करें तो डिप्रेशन एक मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति होती हैं जिसमें व्यक्ति लंबे समय तक उदासी, निराशा, रुचियों में कमी, थकान और निराशावादी विचारों को महसूस करता हैं। यह एक सामान्य लेकिन गंभीर बीमारी होती हैं जिसका इलाज़ संभव हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे डिप्रेशन होने के कारण के बारे में।

डिप्रेशन होने का कारण- Depression hone ka karan

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं डिप्रेशन होने के कारण के बारे में। अब हम आपसे डिप्रेशन होने के कारण के बारे में बात करें तो डिप्रेशन होने के कई कारण हो सकते हैं।

Depression hone ka karan

ये कारण मानसिक, शारीरिक, पारिवारिक या सामाजिक स्तर पर असर डालते हैं। हर व्यक्ति में डिप्रेशन के अलग-अलग कारण हो सकते हैं। इनमें से डिप्रेशन के कुछ कारण निम्नलिखित हैं:-

मनोवैज्ञानिक कारण

मनोवैज्ञानिक कारण जैसे की नकारात्मक सोच और आत्मग्लानि, कम आत्मसम्मान, अतीत के ट्रॉमा और भावनात्मक चोटें, किसी प्रिय व्यक्ति की मृत्यु या गहरा नुकसान और बचपन की कठिनाइयों जैसे की दुर्व्यवहार यआ अपेक्षा के कारण डिप्रेशन की बीमारी उत्पन्न होती हैं।

जैविक कारण

जैविक कारण जैसे की मस्तिष्क में रासायनिक असंतुलन (जैसे की सेरोटोनिन, डोपामिन) या हार्मोन में बदलाव (जैसे की थायरॉइड, गर्भावस्था, पीरियड्स या रजोनिवृत्ति) के कारण भी डिप्रेशन की बीमारी पैदा होती हैं।

कुछ आनुवंशिक कारणों के कारण भी डिप्रेशन की बीमारी हो सकती हैं। ये तब भी हो सकता हैं जब परिवार में किसी को डिप्रेशन रहा हो।

पारिवारिक/सामाजिक कारण

पारिवारिक या सामाजिक कारण जैसे की परिवार या विवाह में तनाव, अलगाव या तलाक, सामाजिक अस्वीकार्यता, अकेलापन या सामाजिक समर्थन की कमी, गरीबी, बेरोजगारी या काम का ज्यादा दबाव के कारण भी डिप्रेशन की बीमारी हो सकती हैं।

शारीरिक कारण

शारीरिक कारण जैसे की लगातार बीमारी, सिर की चोट या ब्रेन डैमेज़, नशा/शराब/ड्रग्स का सेवन और कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स के कारण भी डिप्रेशन की बीमारी हो सकती हैं।

आधुनिक जीवनशैली के कारण

आधुनिक जीवनशैली के कारण जैसे की नींद की कमी, सोशल मीडिया की तुलना और FOMO, अनहेल्दी डाइट और व्यायाम की कमी, दिनचर्या का असंतुलन के कारण भी डिप्रेशन की बीमारी हो सकती हैं।

डिप्रेशन एक कारण से नहीं बल्कि कई कारणों के मेल से होता हैं। इसलिए यह आवश्यक हैं की आप लक्षणों को पहचान लें और बिना देर किए सहायता लें। अब हम आपसे चर्चा करेंगे डिप्रेशन से बाहर निकलने के घरेलू उपायों के बारे में।

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डिप्रेशन से बाहर निकलने के घरेलू उपाय- Depression se bahar nikalne ke gharelu upay

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं डिप्रेशन से बाहर निकलने के घरेलू उपायों के बारे में। अब हम आपसे डिप्रेशन से बाहर निकलने के घरेलू उपायों के बारे में बात करें तो डिप्रेशन से बाहर निकलने के लिए इलाज़ आवश्यक हैं, लेकिन कुछ घरेलू उपाय भी बहुत सहायक होते हैं, विशेष रुप से यदि डिप्रेशन शुरुआती या हल्का हो।

Depression se bahar nikalne ke gharelu upay

ये घरेलू उपाय मानसिक स्थिति को सुधारने में सहायक रहते हैं और जीवन में सकारात्मकता लाते हैं।

योग और ध्यान

प्राणायाम विशेष रुप से अनुलोम, विलोम और भ्रामरी, मानसिक शांति को लाते हैं। नियमित योगासन जैसे की बालासन, व्रजासन, सुखासन तनाव को घटाते हैं। दिन में 10-15 मिनट ध्यान करने से मन को स्थिर रखा जा सकता हैं।

धूप लेना

रोज़ाना सुबह 20-30 मिनट धूप में बैठने से शरीर में विटामिन D बढ़ने लगता हैं और सेरोटोनिन जैसे की मूड बूस्टर हार्मोन को सक्रिय करते हैं।

संतुलित आहार

ओमेगा-3 फैटी एसिड्स जैसे की अलसी, अखरोट और मछली डिप्रेशन से राहत पाने के लिए सहायक होते हैं।

फलों और सब्जियों में उपस्थित फोलेट और विटामिन B मानसिक स्वास्थ्य में सहायक रहते हैं। प्रोबायोटिक आहार जैसे की दही पाचन को सुधारता हैं जो दिमाग से जुड़ा होता हैं।

अच्छी नींद

अच्छी नींद लेना डिप्रेशन से राहत पाने के लिए सहायक रहता हैं। अच्छी नींद लेने के लिए हर दिन एक निश्चित समय पर सोना और उठना बहुत आवश्यक होता हैं।

इसके लिए मोबाइल/टीवी को सोने से पहले कम से कम 1 घंटे तक दूर रख लें। अच्छी नींद लेने के लिए कमरे को शांत और अंधेरा रखना बहुत जरुरी होता हैं।

व्यायाम

हल्की दौड़, तेज़ चलना या डांस जैसे प्रक्रिया एंडोर्फिन को बढ़ाते हैं जो एक प्राकृतिक मूड बूस्टर हैं। 20-30 मिनट प्रतिदिन की प्रक्रिया डिप्रेशन के लिए बहुत असरदार हैं।

जर्नलिंग/ मन की बात लिखना

जर्नलिंग या मन की बातें लिखने से डिप्रेशन से दूर रहा जा सकता हैं। इसके लिए आपको रोज़ाना 5-10 मिनट के लिए अपने विचार, भावनाएँ, धन्यवाद आदि लिखना होगा। इससे मन का बोझ कम होने लगता हैं और स्वयं को समझने में सहायता मिलती हैं।

मोबाइल और सोशल मीडिया से दूरी

अत्यधिक स्क्रीन टाइम और दूसरों से तुलना डिप्रेशन को बढ़ा सकता हैं। दिन में कुछ समय फोन-मुक्त रख लें।

बातचीत करना

बातचीत करना भी डिप्रेशन से दूर रहने के लिए सहायक होता हैं। अपनों से खुलकर बात करने से मन को संतुष्ट किया जा सकता हैं। आप अपने माँ, भाई, मित्र या कोई भी भरोसेमंद व्यक्ति से खुलकर बात कर सकते हैं। अकेले रहना डिप्रेशन को और भी बढ़ा सकता हैं।

यदि डिप्रेशन तीव्र या लंबे वक्त तक बना रहेगा तब आपके लिए घरेलू उपाय पर्याप्त नहीं होंगे। इसके आपको मनोचिकित्सक का परामर्श अवश्य लेना चाहिए। अब हम आपसे चर्चा करेंगे डिप्रेशन से बाहर निकलने के आयुर्वेदिक उपायों के बारे में।

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डिप्रेशन से बाहर निकलने के आयुर्वेदिक उपाय- Depression se bahar nikalne ke Ayurvedic upay

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं डिप्रेशन से बाहर निकलने के आयुर्वेदिक उपायों के बारे में। अब हम आपसे डिप्रेशन से बाहर निकलने के आयुर्वेदिक उपायों के बारे में बात करें तो आयुर्वेद में डिप्रेशन को “मानसिक रोग” कहा जाता हैं जिसका संबंध मन, शरीर और आत्मा के संतुलन से होता हैं।

Depression se bahar nikalne ke Ayurvedic upay

मुख्यत: आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से डिप्रेशन सत्व, रजस और तमस गुणों के असंतुलन से होता हैं। यहाँ कुछ प्रभावी आयुर्वेदिक उपाय निम्नलिखित हैं जो डिप्रेशन से बाहर निकलने में सहायक रहते हैं।

अश्वगंधा

अश्वगंधा तनाव और चिंता को कम करता हैं और मानसिक स्थिरता और नींद में सुधार करता हैं। आप अश्वगंधा को 1 चम्मच चूर्ण दूध के साथ सुबह-शाम या टैबलेट के रुप में लें।

ब्राह्मी

ब्राह्मी मस्तिष्क की शक्ति बढ़ाता हैं, याद्दाश्त और एकाग्रता सुधारता हैं और मन को शांत करता हैं। आप ब्राह्मी को ब्राह्मी सिरप, तेल या कैप्सूल के रुप में ले सकते हैं।

शंखपुष्पी

शंखपुष्पी चिंता, चिड़चिड़ापन और अनिद्रा को कम करता हैं और यह बच्चों और बड़ों दोनों के लिए फायदेमंद हैं। आप शंखपुष्पी को सिरप या पाउडर के रुप में ले सकते हैं।

जटामांसी

जटामांसी मस्तिष्क को शांति करता हैं और अनिद्रा और मानसिक बैचेनी में अत्यंत उपयोगी हैं। इसको आप जटामांसी चूर्ण या तेल के रुप में ले सकते हैं।

वचा

वचा तमस गुण को कम करके मन में स्फूर्ति लाता हैं और ब्रेन टॉनिक के रुप में काम करता हैं।

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निष्कर्ष- Conclusion

ये हैं डिप्रेशन से बाहर निकलने के घरेलू और आयुर्वेदिक उपायों से संबंधित जानकारियाँ हम आपसे आशा करते हैं की आपको जरुर पसंद आई होगी। इस जानकारी से आपको डिप्रेशन से राहत पाने के घरेलू और आयुर्वेदिक उपायों के बारे में हर प्रकार की जानकारियाँ प्राप्त होंगी।

इससे आपको डिप्रेशन से राहत पाने का घरेलू और आयुर्वेदिक इलाज़ मिल जाएगा। अगर आपको हमारी दी हुई जानकारियाँ पसंद आए तो आप हमारी दी हुई जानकारियों को लाइक व कमेंट जरुर कर लें।

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