मधुमेह तथा डायबिटीज (Diabetes) के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय

Vineet Bansal

आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं मधुमेह के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय के बारे में। अब हम आपसे मधुमेह के कारण के बारे में बात करें तो मधुमेह तब होता हैं जब शरीर ठीक प्रकार से इंसुलिन (Insulin) का उत्पादन नहीं कर पाता या शरीर की कोशिकाएँ (Cells) इंसुलिन का सही इस्तेमाल नहीं कर पातीं।

अब हम आपसे मधुमेह (Diabetes) के लक्षण के बारे में बात करें तो मधुमेह के लक्षण आमतौर पर तब दिखाई देते हैं जब शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने लगता हैं।

अब हम आपसे मधुमेह के बचाव के उपाय के बारे में बात करें तो मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए कई घरेलू उपाय हैं जो आप अपने आहार और जीवनशैली में शामिल कर सकते हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे मधुमेह होने के लक्षण के बारे में।

डायबिटीज होने के लक्षण – (Diabetes hone ke lakshan)

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं मधुमेह होने के लक्षण के बारे में। अब हम आपसे मधुमेह होने के लक्षण के बारे में बात करें तो आमतौर पर मधुमेह के लक्षण तब दिखाई देते हैं जब शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने लगता हैं।

diabetes hone ke lakshan

टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण कुछ हद तक समान होते हैं लेकिन टाइप 1 डायबिटीज में लक्षण अधिक तीव्र होते हैं। यहाँ मधुमेह होने के कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:-

अत्यधिक प्यास लगना

मधुमेह का एक प्रमुख लक्षण लगातार प्यास लगना होता हैं। शरीर में मधुमेह का स्तर बढ़ने से अधिक मात्रा में पानी की आवश्यकता होती हैं। इससे प्यास बढ़ जाती हैं।

बार-बार पेशाब आना

ब्लड शुगर बढ़ने से गुर्दे ज्यादा काम करने लगते हैं। इससे बार-बार पेशाब आने की समस्या उत्पन्न होती हैं। आमतौर पर रात में कई बार पेशाब जाना मधुमेह का संकेत होता हैं।

अत्यधिक भूख लगना

शरीर में ग्लूकोज का इस्तेमाल नहीं हो पाता हैं। इससे ऊर्जा की कमी होने लगती हैं। साथ ही आपको बार-बार भूख लगने लगती हैं।

थकान और कमज़ोरी

शरीर में ऊर्जा की कमी के कारण व्यक्ति को लगातार थकान और कमज़ोरी अनुभव होने लगती हैं। भले ही वह पर्याप्त आराम कर रहा होगा।

वज़न घटने या बढ़ने

टाइप 1 डायबिटीज में अक्सर बिना किसी प्रयास के वजन घटने लगता हैं क्योंकि शरीर अपनी ऊर्जा के लिए वसा और मांसपेशियों को जलाता हैं। टाइप 2 डायबिटीज में वजन बढ़ना देखा जाता हैं विशेष रुप से पेट के आसपास।

घावों का धीरे-धीरे ठीक होना

मधुमेह में ब्लड शुगर बढ़ने के कारण शरीर की रक्त वाहिनियों और तंत्रिका तंतुओं पर प्रभाव पड़ने लगता हैं। इससे घाव और चोटें जल्दी ठीक नहीं हो पाती हैं।

त्वचा और आँखों में सूखापन

ब्लड शुगर के उच्च स्तर के कारण त्वचा और आँखें सूखने लगती हैं। त्वचा पर खुजली या संक्रमण की संभावना बढ़ने लगती हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे मधुमेह होने के कारण के बारे में।

डायबिटीज होने का कारण – (Diabetes hone ka karan)

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं मधुमेह होने के कारण के बारे में। अब हम आपसे मधुमेह होने के कारण के बारे में बात करें तो मधुमेह होने के कई कारण होते हैं।

diabetes hone ka karan

मधुमेह तब होता हैं जब शरीर ठीक प्रकार से इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता या शरीर की कोशिकाएँ इंसुलिन का सही इस्तेमाल नहीं कर पाती। इंसुलिन वह हार्मोन होता हैं जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मददगार रहता हैं। मधुमेह के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:-

विरासत

यदि आपके परिवार में किसी भी सदस्य को मधुमेह हैं तो आपको भी इस का जोखिम हो सकता हैं। टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज दोनों प्रकार की डायबिटीज आपको विरासत में मिल सकती हैं।

मोटापा

अत्यधिक वज़न या मोटापा होना टाइप 2 डायबिटीज के प्रमुख कारणों में से एक हैं। मोटापा शरीर की इंसुलिन का सही इस्तेमाल करने की क्षमता को प्रभावित करने लगता हैं।

अस्वस्थ आहार

अधिक शुगर, प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड और उच्च कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थों का नियमित सेवन करना ब्लड शुगर को बढ़ाने लगता हैं। यह लंबे वक्त में डायबिटीज का कारण बनता हैं।

शारीरिक गतिविधि की कमी

नियमित व्यायाम और शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण शरीर का वजन बढ़ने लगता हैं। इससे इंसुलिन की संवेदनशीलता कम होने लगती हैं। जिससे ब्लड शुगर को नियंत्रित करना कठिन होता हैं।

इंसुलिन प्रतिरोध

टाइप 2 डायबिटीज में शरीर की कोशिकाएँ इंसुलिन का इस्तेमाल करने के प्रति संवेदनशीलता खो देती हैं। जिसे इंसुलिन प्रतिरोध कहते हैं। इसके कारण रक्त में शुगर का स्तर बढ़ जाता हैं।

तनाव

मानसिक और शारीरिक तनाव शरीर में हार्मोनल असंतुलन उत्पन्न करता हैं। इससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता हैं। लंबे वक्त तक तनाव मधुमेह के खतरे को बढ़ा देता हैं।

हार्मोनल असंतुलन

कुछ हार्मोनल असंतुलन समस्याएँ जैसे की पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम या हाइपरथायरॉइडिज्म, इंसुलिन के उत्पादन और इस्तेमाल को प्रभावित करता हैं। इससे शुगर की समस्या उत्पन्न होती हैं।

उम्र

उम्र बढ़ने के कारण टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम बढ़ जाता हैं। आमतौर पर 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में मधुमेह का जोखिम बढ़ जाता हैं।

धूम्रपान और शराब का सेवन

धूम्रपान और अधिक शराब का सेवन मधुमेह के खतरा को बढ़ा देता हैं। क्योंकि मधुमेह शरीर की चयापचय प्रक्रिया को प्रभावित करने लगते हैं।

गर्भावस्था

कुछ महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान गर्भावधि मधुमेह होता हैं। जिसके बाद टाइप 2 डायबिटीज होने की संभावना बढ़ने लगती हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे मधुमेह कंट्रोल करने के घरेलू उपाय के बारे में।

मधुमेह कंट्रोल करने के घरेलू उपाय – (Diabetes control karane ke gharelu upay)

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं मधुमेह कंट्रोल करने के घरेलू उपाय के बारे में। अब हम आपसे मधुमेह कंट्रोल करने के घरेलू उपाय के बारे में बात करें तो मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए कई घरेलू उपाय हैं जो आप अपने आहार और जीवनशैली में शामिल कर सकते हैं।

diabetes control karane ke gharelu upay

इन घरेलू उपायों को नियमित चिकित्सा उपचार के साथ-साथ आज़माना चाहिए। डॉक्टर के परामर्श से कोई भी बदलाव करना चाहिए। ये घरेलू उपाय मधुमेह को कम करने में भी मददगार रहते हैं। यहाँ मधुमेह कंट्रोल करने के कुछ घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं:-

मेथी के बीज

आप रात में 1-2 चम्मच मेथी के बीज पानी में भिगो दें। सुबह उठकर खाली पेट उस पानी का सेवन करें। मेथी शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मददगार रहता हैं।

करेला

करेले का जूस शुगर को कम करने में काफी मददगार रहता हैं। हर दिन एक गिलास करेले के जूस को खाली पेट पीने से रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहने लगता हैं।

आंवला

आंवला विटामिन सी से भरपूर रहता हैं। आंवला पैंक्रियाज को बहेतर काम करने में मददगार रहता हैं। इससे इंसुलिन का उत्पादन बढ़ने लगता हैं। नियमित रुप से आंवला का रस लेना फायदा होता हैं।

दालचीनी

दालचीनी का इस्तेमाल रक्त में शर्करा के स्तर को कम करने में मददगार होता हैं। दालचीनी को पानी में उबालकर पिया जाता हैं। दालचीनी को खाने में मिलाकर इस्तेमाल किया जाता हैं।

जामून

जामून के बीजों को सूखाने के बाद पाउडर बना लें। जामून के बीजों के पाउडर का नियमित सेवन कर लें। जामून के बीजों का पाउडर शुगर के स्तर को कम करने में मददगार रहता हैं।

नियमित व्यायाम

व्यायाम, योग और प्राणायाम नियमित रुप से करने से मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता हैं। जिससे इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ने लगती हैं। इससे शुगर का स्तर नियंत्रित रहने लगता हैं।

निष्कर्ष- Conclusion

ये हैं मधुमेह के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय से संबंधित जानकारियाँ हम आपसे आशा करते हैं की आपको जरुर पसंद आई होगी। जानकारी पसंद आने पर जानकारी को लाइक व कमेंट जरुर करें।

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