आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं गले में छाले होने के बारे में। अब हम आपसे गले में छाले होने के बारे में बात करें तो गले में छाले अक्सर असुविधाजनक होते हैं और खाने-पीने या बोलने में परेशानी उत्पन्न करते हैं।
कभी-कभी ये गले का कैंसर, स्टैप संक्रमण या गंभीर विटामिन की कमी का संकेत भी होते हैं, इसलिए यदि घरेलू उपाय से आराम न मिलें तो चिकित्सक की सलाह आवश्यक हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे गले में छाले होने के कारण के बारे में।
गले में छाले होने का कारण- Gale mein chhale hone ka karan
अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं गले में छाले होने के कारण के बारे में। अब हम आपसे गले में छाले होने के कारण के बारे में बात करें तो गले में छाले होने के कारण कई तरह के हो सकते हैं।
मुख्य रुप से इसे हम तीन श्रेणियों में बाँट सकते हैं:-
संक्रमण
वायरल संक्रमण जैसे की सामान्य सर्दी-खांसी, फ्लू, हर्पीस वायरस या एन्ज़ाइमिया आदि। बैक्टीरियल संक्रमण जैसे की स्ट्रेप थ्रोट आदि। ये संक्रमण गले की सतह पर छोटे-छोटे छाले या लाल धब्बे बना सकते हैं।
पोषण की कमी
पोषण की कमी विटामिन B12, फोलेट या आयरन की कमी के कारण होता हैं। ये कमज़ोरी गले और मुँह में छाले पैदा कर सकती हैं।
अन्य कारण
- शारीरिक चोट:- शारीरिक चोट जैसे की गले या मुँह में चोट, जैसे तेज़ भोजन या दांत से चुभ जाना।
- तंत्रिका और इम्यून सिस्टम की कमज़ोरी:- तनाव या थकान के कारण होता हैं।
- खाद्य एलर्जी:- खाद्य एलर्जी तीखा, अम्लीय या बहुत मसालेदार भोजन के कारण होता हैं।
- एसिड रिफ्लक्स:- पेट का एसिड गले में चढ़ने से जलन और छाले के कारण होता हैं।
- धूम्रपान या शराब:- गले की नमी और ऊतक को नुकसान पहुँचाते हैं।
अब हम आपसे चर्चा करेंगे गले में छाले होने के घरेलू उपायों के बारे में।
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गले में छाले होने के घरेलू उपाय- Gale mein chhale hone ke gharelu upay
अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं गले में छाले होने के घरेलू उपायों के बारे में। अब हम आपसे गले में छाले होने के घरेलू उपायों के बारे में बात करें तो गले में छाले होने पर दर्द और जलन कम करने के लिए कई सुरक्षित और असरदार घरेलू उपाय होते हैं।
आमतौर पर ये घरेलू उपाय हल्के मामले में तुरंत आराम देते हैं।
गरारे करना
- नमक वाला पानी:- 1 कप गुनगुना पानी+ ½ चम्मच नमक, दिन में आप 2-3 बार कर सकते हैं।
- बेकिंग सोडा गरारा:- आप 1 कप गुनगुना पानी+ ¼ चम्मच बेकिंग सोडा से आप गरारा कर सकते हैं।
- हरी चाय गरारा:- हरी चाय गरारा एंटीऑक्सीडेंट और सूजन कम करने में मददगार रहता हैं।
गरारे करते वक्त पानी निगले नहीं, केवल गले में रखकर थूक दें।
शहद और अदरक
- शहद:- आप दिन में 2-3 बार 1 चम्मच शहद ले सकते हैं।
- अदरक की चाय:- अदरक को पानी में उबालकर हल्का ठंडा करके पी लें।
- शहद और अदरक गले को ठंडक देते हैं और सूजन कम करते हैं।
हल्का और नरम खाना
आप हल्के और नरम खाने में केवल दलिया, खिचड़ी, दही, सूप ही लें। गरम, तैलीय, मसालेदार और खट्टे भोजन से बच लें।
पर्याप्त पानी पीना
आप दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरुर पी लें। आप नारियल पानी या हल्का जूस भी ले सकते हैं।
हर्बल उपाय
- तुलसी के पत्ते:- आप 5-6 पत्ते उबालकर पानी से गरारे कर लें।
- गुलकंद:- गले को नमीयुक्त रखता हैं और जलन कम करता हैं।
ओवर-द-काउंटर राहत
आप माउथ स्प्रे या लोशन जैसे की बेंज़ॉकेन स्प्रे एंटीसेप्टिक स्प्रे ले सकते हैं। सिर्फ दर्द के लिए अस्थायी राहत मिलते हैं। यह मूल कारण का इलाज़ नहीं हैं।
यदि छाले 2 सप्ताह से ज्यादा समय तक ठीक न हों, खाने-पीने से गंभीर कठिनाई हो, बार-बार छाले हों या बुखार के साथ हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर लें। अब हम आपसे चर्चा करेंगे गले में छाले होने के आयुर्वेदिक उपाय के बारे में।
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गले में छाले होने के आयुर्वेदिक उपाय- Gale mein chhale hone ke Ayurvedic upay
अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं गले में छाले होने के आयुर्वेदिक उपायों के बारे में। अब हम आपसे गले में छाले होने के आयुर्वेदिक उपायों के बारे में बात करें तो आयुर्वेद में गले में छाले होने पर कई प्राकृतिक और सुरक्षित उपाय बताए गए हैं।
ये आयुर्वेदिक उपाय गले की सूजन कम करने, दर्द कम करने और छालों को जल्दी ठीक करने में मददगार रहते हैं।
तुलसी
आप 5-6 तुलसी के पत्ते उबालकर गुनगुना पानी से गरारे कर लें। तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और सूजन कम करने वाले गुण पाए जाते हैं।
शहद और हल्दी
रोज़ाना ½ चम्मच हल्दी+ 1 चम्मच शहद खाने से गले की जलन कम हो जाती हैं। हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं और शहद गले को ठंडक प्रदान करता हैं।
सेंधा नमक और पानी से गरारा
आप दिन में 2-3 बार गुनगुना पानी+ ½ चम्मच सेंधा नमक से गरारे कर लें। यह गले की सफाई करता हैं और छालों को जल्दी ठीक करता हैं।
त्रिफला चूर्ण
आप रात को सोने से पहले ½ चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें। यह पाचन को सुधारता हैं और शरीर के अंदरुनी विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मददगार रहता हैं।
गिलोय
गिलोय की पत्तियों का रस या गिलोय की चाय पीने से इम्यून सिस्टम मज़बूत होता हैं और जल्दी छाले ठीक होते हैं।
मिश्री
गले में जलन कम करने के लिए मिश्री चूस लें। यह गले को ठंडक और आराम देता हैं।
काढ़े और जड़ी बूटियाँ
अदरक+ काली मिर्च+ हल्दी+ तुलसी का काढ़ा पीने से गले की सूजन कम हो जाती हैं। आप दिन में 2-3 बार इसका सेवन कर लें।
यदि छाले 2 सप्ताह से ज्यादा समय तक ठीक न हों, तेज़ दर्द, बुखार या खाने-पीने में कठिनाई हो और बार-बार छाले हो तो तुरंत आयुर्वेदिक चिकित्सक या डॉक्टर से मिल लें।
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निष्कर्ष- Conclusion
ये हैं गले में छाले होने के घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय से संबंधित जानकारियाँ हम आपसे आशा करते हैं की आपको जरुर पसंद आई होगी। इस जानकारी से आपको गले में छाले होने के घरेलू और आयुर्वेदिक उपायों के बारे में हर प्रकार की जानकारियाँ प्राप्त होंगी।
इस जानकारी से आपको गले में छाले होने के कारणों के बारे में हर प्रकार की जानकारियाँ प्राप्त होंगी।
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