जोड़ों के दर्द से राहत पाने के घरेलू तरीके

Vineet Bansal

आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं जोड़ों के दर्द की बीमारी के बारे में। अब हम आपसे जोड़ों के दर्द की बीमारी के बारे में बात करें तो जोड़ों का दर्द एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या हैं जो उम्र, जीवनशैली या अन्य बीमारियों के कारण होता हैं। आयुर्वेदिक भाषा में इसे “वात रोग” भी कहते हैं। जोड़ों का दर्द घुटनों, कोहनी, कंधे, उंगलियों या शरीर के किसी भी जोड़ में होता हैं।

अगर जोड़ों का दर्द लंबे समय से हैं, सूजन हैं या चलना मुश्किल हो रहा हैं तब ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से जाँच कराना आवश्यक हैं। विशेष रुप से अगर उम्र ज्यादा हो या पहले से कोई पुरानी बीमारी हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे जोड़ों के दर्द के कारण के बारे में।

जोड़ों के दर्द का कारण- Jodon ke dard ka karan

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं जोड़ों के दर्द के कारण के बारे में। अब हम आपसे जोड़ों के दर्द के कारण के बारे में बात करें तो जोड़ों के दर्द की बीमारी के कई कारण हो सकते हैं जो व्यक्ति की उम्र, जीवनशैली, शरीर की प्रकृति और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं पर निर्भर करते हैं।

Jodon ke dard ka karan

यहाँ जोड़ों के दर्द के कारण निम्नलिखित हैं:-

गठिया

  • ऑस्टियोआर्थराइटिस:- ऑस्टियोआर्थराइटिस तब होता हैं जब उम्र बढ़ने पर हड्डियों के सिरों के बीच का कार्टिलेज घिसने लगते हैं। इससे घुटनों, कमर या उंगलियों में दर्द होता हैं।
  • रुमेटॉइड आर्थराइटिस:- रुमेटॉइड आर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून बीमारी होती हैं। इस बीमारी में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपने ही जोड़ों पर हमला करती हैं। इससे सूजन, जकड़न और दर्द होता हैं।

वात दोष का असंतुलन (आयुर्वेदिक अनुसार)

मुख्य रुप से आयुर्वेद में जोड़ों का दर्द वात दोष के असंतुलन से संबंधित होता हैं। ज्यादा सूखा, ठंडा या गैसीय भोजन, अनियमित दिनचर्या, अधिक चिंता आदि से वात बढ़ता हैं जो जोड़ों में सूखापन और दर्द लाता हैं।

यूरिक एसिड का बढ़ना

जब शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता हैं तब यूरिक एसिड क्रिस्टल के रुप में जोड़ों में जमा होकर तेज़ दर्द और सूजन पैदा करता हैं। विशेष रुप से अंगूठे के जोड़ में।

चोट या पुराने फ्रैक्चर

पहले की कोई हड्डी की चोट या फ्रैक्चर बाद में जोड़ों में दर्द की वजह बनती हैं। विशेष रुप से मौसम बदलने पर।

मोटापा

ज्यादा वजन से जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता हैं। इससे जल्दी घिसाव और दर्द होता हैं।

कैल्शियम या विटामिन D की कमी

हड्डियों और जोड़ों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए ये आवश्यक हैं। विटामिन D की कमी होने पर हड्डियाँ कमज़ोर होती हैं और दर्द होता हैं।

संक्रमण

किसी बैक्टीरिया या वायरस की वजह से जोड़ों में संक्रमण होता हैं, इसे “सेप्टिक आर्थराइटिस” भी कहते हैं। संक्रमण एक आपातकालीन स्थिति हो सकती हैं।

ऑटोइम्यून बीमारियाँ

ऑटोइम्यून बीमारियाँ जैसे की लुपस या एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस जो हड्डियों और रीढ़ को प्रभावित करती हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे जोड़ों के दर्द के घरेलू उपाय के बारे में।

जोड़ों के दर्द के घरेलू उपाय- Jodon ke dard ke gharelu upay

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं जोड़ों के दर्द के घरेलू उपाय के बारे में। अब हम आपसे जोड़ों के दर्द के घरेलू उपाय के बारे में बात करें तो जोड़ों के दर्द के लिए घरेलू उपाय बहुत प्रभावकारी होते हैं, विशेष रुप से अगर समस्या अभी शुरुआती अवस्था में हो या उम्र बढ़ने से जुड़ी हो।

Jodon ke dard ke gharelu upay

यहाँ जोड़ों के दर्द के कुछ घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं:-

हल्दी वाला दूध

आप 1 गिलास गर्म दूध में ½ चम्मच हल्दी डाल लें और रोज़ाना रात को सोने से पहले पी लें। हल्दी में कर्क्यूमिन नामक तत्व पाए जाते हैं जो सूजन और दर्द को कम करता हैं।

मेथी के बीज

आप रात को 1 चम्मच मेथी दाना पानी में भिगो दें और सुबह चबाकर खा लें या उसे पीसकर गुनगुने पानी के साथ लें। मेथी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो वात को शांत करता हैं।

सरसों के तेल से मालिश

आप सरसों के तेल में थोड़ा-सा अजवाइन, लहसुन या कपूर डालकर गर्म कर लें। हल्का ठंडा होने पर जोड़ों पर मालिश कर लें। सरसों का तेल रक्त संचार बढ़ाता हैं और सूजन और जकड़न में आराम दिलाता हैं।

अदरक और लहसुन का सेवन

आप अदरक की चाय पी सकते हैं या लहसुन की 2-3 कलियाँ सुबह खाली पेट खा सकते हैं। अदरक और लहसुन प्राकृतिक दर्द निवारक हैं और सूजन घटाते हैं।

दालचीनी और शहद

आप 1 चम्मच शहद+ ½ चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर रोज़ाना सुबह खाली पेट लें। दालचीनी और शहद का मिश्रण जोड़ों को लुब्रिकेट करता हैं और दर्द में राहत दिलाता हैं।

योग और व्यायाम

सुप्त वज्रासन, वृक्षासन, त्रिकोणासन और पवनमुक्तासन जैसे योगासन अत्यंत फायदेमंद होते हैं। नाड़ी शोधन और अनुलोम-विलोम वात दोष को शांत कर देते हैं।

परहेज़:- ज्यादा ठंडी, खट्टी, तुली-भुनी चीज़ें न खाएँ। आप लंबे वक्त तक एक ही स्थिति में न बैठें। आप दही, बैंगन, अरबी, मूली जैसी वातवर्धक चीज़ों का सेवन कम करें। अब हम आपसे चर्चा करेंगे जोड़ों के दर्द के आयुर्वेदिक उपाय के बारे में।

जोड़ों के दर्द का आयुर्वेदिक उपाय- Jodon ke dard ka Ayurvedic upay

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं जोड़ों के दर्द के आयुर्वेदिक उपाय के बारे में। अब हम आपसे जोड़ों के दर्द के आयुर्वेदिक उपाय के बारे में बात करें तो जोड़ों के दर्द का आयुर्वेदिक उपाय वात दोष के असंतुलन को संतुलित करने और सूजन व दर्द को कम करने पर आधारित हैं।

Jodon ke dard ka Ayurvedic upay

आयुर्वेद में जोड़ों के दर्द को अमवात” या “संधिवात” के नाम से जाना जाता हैं। यहाँ जोड़ों के दर्द के मुख्य आयुर्वेदिक उपाय निम्नलिखित हैं:-

जोड़ों के दर्द के निम्नलिखित आयुर्वेदिक उपाय

  • अश्वगंधा चूर्ण:- आप रोज़ाना 1 चम्मच गुनगुने दूध या पानी के साथ अश्वगंधा चूर्ण का सेवन करें। अश्वगंधा शक्तिवर्धक व सूजननाशक होता हैं।
  • सिंहनाड़ गुग्गुलु/योगराज गुग्गुलु:- आप 1-2 गोली दिन में दो बार भोजन के बाद सिंहनाड़ गुग्गुलु का सेवन करें। आप गुनगुने पानी से भी सिंहना‌ड़ गुग्गुलु का सेवन कर सकते हैं। यह वात और आम को नष्ट करता हैं।
  • दशमूल कवाथ/काढ़ा:- आप सुबह-शाम 20-30 ml काढ़ा का सेवन कर लें। काढ़ा जोड़ों की सूजन और दर्द को दूर करता हैं।
  • महानारायण तेल:- आप जोड़ों की मालिश के लिए महानारायण तेल का सेवन कर सकते हैं। यह नसों की मज़बूती और सूजन में आराम दिलाता हैं।

आयुर्वेदिक आहार सुझाव

  • क्या खा सकते हैं:- जब आप आयुर्वेदिक उपायों को अपनाते हैं तब आप गुनगुना पानी, सूप (दाल, मूंग), लहसुन, अदरक, हल्दी, मेथी, देसी घी और पकी हुई सब्जियाँ (लोकी, तोरी, गाज़र) का सेवन कर सकते हैं।
  • क्या खा नहीं सकते हैं:- जब आप आयुर्वेदिक उपायों को अपनाते हैं तब आप ठंडी चीज़ों (दही, बर्फ, कोल्ड ड्रिंक), अधिक मांस, मछली, शराब, खट्टी चीज़ें (टमाटर, इमली, नींबू ज्यादा मात्रा में), बेसन, अरबी, राज़मा (जो वात बढ़ाते हैं) का सेवन नहीं कर सकते हैं।

निष्कर्ष- Conclusion

ये हैं जोड़ों के दर्द के घरेलू उपायों से संबंधित जानकारियाँ हम आपसे आशा करते हैं की आपको जरुर पसंद आई होगी। हमारी दी हुई इस जानकारी को प्राप्त करने के बाद आपको जोड़ों के दर्द से संबंधित घरेलू उपायों और आयुर्वेदिक उपायों के बारे में थोड़ी-सी जानकारी लग गई होगी।

इस जानकारी से आप आसानी से अपने जोड़ों के दर्द को दूर कर सकते हैं। अगर आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लगे तो आप हमारी इस जानकारी को लाइक व कमेंट जरुर कर दिया करें।

इससे हमें प्रोत्साहन मिलेगा ताकि हम आपको बहेतर-से-बहेतर जानकारियाँ प्राप्त करवा सकें। हमारा उद्देश्य आपको घुमराह करना नहीं हैं बल्कि आपकी सेहत का ख्याल रखना हैं।

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