आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं महाकुम्भ में शिवरात्रि से पहले उमड़ा लोगों का हुजूम के बारे में। अब हम आपसे महाकुम्भ में शिवरात्रि से पहले उमड़ा लोगों का हुजूम के बारे में बात करें तो महाकुम्भ में 39वें दिन संगम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी हैं।
अभी तक लगभग 57 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया हैं। महाशिवरात्रि के दिन महाकुम्भ का समापन होगा। इस समापन के दौरान प्रयागराज में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या की वजह से जाम की स्थिति पैदा हुई हैं।
महाकुम्भ के समापन को बचे आखिरी 6 दिन- Mahakumbh ke samapan ko bache akhri 6 din
इस महाकुम्भ की शुरुआत 13 जनवरी को हुई थी। देशभर से साधु-संतों और श्रद्धालुओं ने आकर महाकुम्भ के संगम में आस्था की डुबकी लगाई हैं।
महाकुम्भ के संगम के दौरान पुण्य के लाभ को प्राप्त करते हुए लोग धार्मिक अवसर का हिस्सा बनते गए। अब बहुत जल्द ही महाकुम्भ का समापन होने जा रहा हैं। महाशिवरात्रि के दिन महाकुम्भ में आखिरी महास्नान होने वाला हैं।
क्या हैं महाशिवरात्रि का शुभ मुहुर्त- Kya hai Maha Shivratri ka shubh muhurat
महाकुम्भ में अलग-अलग महत्तवपूर्ण स्नान होते हैं। जैसे की मकर सक्रांति के दिन पहला अमृत स्नान, मौनी अमावस्या पर दूसरा अमृत स्नान और बसंत पंचमी के दिन तीसरा अमृत स्नान हुआ था। इन सब अमृत स्नानों के बाद माघ पूर्णिमा के बाद अब महाशिवरात्रि के दिन होने वाला अमृत स्नान विशेष महत्तव रखता हैं।
महाशिवरात्रि की तिथि 26 फरवरी को सुबह 11:08 बजे से शुरु होगी और 27 फरवरी को सुबह 8:54 बजे समाप्त हो जाएगी। महाशिवरात्रि के दिन महाशिवरात्रि का व्रत और पूजा भी विशेष रुप से की जाती हैं।
महाकुम्भ मेला अब बहुत जल्द ही समाप्त होने वाला हैं।
अब तो बस 3 दिनों का ही महाकुम्भ रह गया हैं।