मलेरिया से बचाव के लिए देसी उपाय

Vineet Bansal

आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं मलेरिया से बचाव के लिए देसी उपाय के बारे में। अब हम आपसे मलेरिया से बचाव के लिए देसी उपाय के बारे में बात करें तो मलेरिया एक संक्रामक रोग होता हैं जो Plasmodium नामक परजीवी के कारण होता हैं।

मलेरिया का रोग मादा एनोफिलीज़ मच्छर के काटने से फैलता हैं। यह मच्छर जब किसी संक्रमित व्यक्ति को काटता हैं तब उस व्यक्ति के खून में मौजूद परजीवी दूसरे व्यक्ति में पहुँच जाते हैं और बाद में लिवर व खून की कोशिकाओं में विकसित होकर बीमारी फैलाते हैं।

आवश्यक सूचना:- डॉक्टर की सलाह पर ही मलेरिया की दवा लेनी चाहिए क्योंकि गलत या अधूरी दवा से परजीवी दोबारा सक्रिय हो सकते हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे मलेरिया के प्रकार के बारे में।

मलेरिया के प्रकार- Malaria ke prakar

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं मलेरिया के प्रकार के बारे में। अब हम आपसे मलेरिया के प्रकार के बारे में बात करें तो मुख्यत: मलेरिया 5 प्रकार के प्लास्मोडियम से होता हैं:-

Malaria ke prakar

Plasmodium falciparum (गंभीर और जानलेवा)

P. Vivax (Plasmodium vivax) (भारत में आम)

Plasmodium malariae

P. ovale (Plasmodium ovale)

Plasmodium Knowlesi (एशियाई देशों में)

ये हैं मलेरिया के कुछ प्रकार जिसकी वजह से मलेरिया की बीमारी होती हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे मलेरिया की बीमारी के कारण के बारे में।

मलेरिया की बीमारी का कारण- Malaria ki bimari ka karan

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं मलेरिया की बीमारी के कारण के बारे में। अब हम आपसे मलेरिया की बीमारी के कारण के बारे में बात करें तो मलेरिया की बीमारी का मुख्य कारण Plasmodium नामक परजीवी हैं।

Malaria ki bimari ka karan

Plasmodium नामक परजीवी मनुष्य में तब प्रवेश करता हैं जब उस मनुष्य को मादा एनोफिलीज़ मच्छर काटती हैं जो पहले से ही किसी मलेरिया से संक्रमित व्यक्ति का खून चूस चूकी होती हैं।

संक्रमित मादा मच्छर

सिर्फ मादा एनोफिलीज़ मच्छर ही मलेरिया की बीमारी फैला सकती हैं। जब मादा एनोफिलीज़ मच्छर किसी संक्रमित व्यक्ति का खून चूसती हैं तब उस व्यक्ति के शरीर में परजीवी पहुँच जाते हैं। जब वहीं मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटती हैं तब परजीवी उसके खून में प्रवेश कर जाते हैं।

मानव शरीर में संक्रमण की प्रक्रिया

जब मनुष्य को मच्छर काटता हैं तब उस व्यक्ति के खून में परजीवी जाते हैं। कुछ दिन परजीवी लिवर में पहुँचकर छिपकर बढ़ते हैं।

बाद में वे खून में आकर लाल रक्त कोशिकाओं को नष्ट करते हैं। रक्त कोशिकाओं को नष्ट करने की प्रक्रिया बुखार और अन्य लक्षणों का कारण बनती हैं।

अन्य कारण

  • संक्रमित खून चढ़ाने से भी मलेरिया की बीमारी होती हैं।
  • संक्रमित सुई या सिरिंज का इस्तेमाल करने से भी मलेरिया की बीमारी होती हैं। संक्रमित माँ से गर्म में बच्चों को संक्रमण हो सकता हैं।

अब हम आपसे चर्चा करेंगे मलेरिया की बीमारी के घरेलू उपाय के बारे में।

मलेरिया की बीमारी के घरेलू उपाय- Malaria ki bimari ke gharelu upay

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं मलेरिया की बीमारी के घरेलू उपाय के बारे में। अब हम आपसे मलेरिया की बीमारी के घरेलू उपाय के बारे में बात करें तो मलेरिया की बीमारी के घरेलू उपाय लक्षणों को कम करने और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार रहते हैं, लेकिन ये बीमारी डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं के विकल्प नहीं हैं।

Malaria ki bimari ke gharelu upay

यहाँ मलेरिया की बीमारी के घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं जो मलेरिया से राहत पाने में मददगार रहते हैं:-

गिलोय

गिलोय का सेवन प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और बुखार को नियंत्रित करने में फायदेमंद रहता हैं। गिलोय की डंडी 1 गिलास पानी में उबाल लें और छानकर पी लें। दिन में 1-2 बार गिलोय जरुर लें।

तुलसी के पत्ते

तुलसी के पत्ते बुखार और मलेरिया के परजीवी से लड़ने में मददगार रहता हैं। 10-12 तुलसी के पत्ते पीसकर उसमें एक चुटकी काली मिर्च मिलाकर खा लें। आप इससे तुलसी की चाय बनाकर भी पी सकते हैं।

लहसुन

लहसुन में एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं जो खून को साफ करने में मददगार रहता हैं। कुछ लहसुन की कलियाँ पीसकर गुनगुने पानी के साथ लें।

नींबू और शहद

नींबू और शहद शरीर को डिटॉक्स करता हैं और पाचन को सही करता हैं। आप 1 गिलास गुनगुने पानी में नींबू का रस और 1 चम्मच शहद मिलाकर भी पी सकते हैं।

धनिया का काढ़ा

धनिया का काढ़ा बुखार को कम करने में मददगार रहता हैं। कुछ धनिया के बीज 1 कप पानी में उबाल लें और बाद में छानकर उसमें थोड़ी चीनी मिलाकर पी लें।

हल्दी वाला दूध

हल्दी वाला दूध सूजन कम करता हैं जो शरीर को अंदर से मज़बूत करता हैं। आप रात में सोने से पहले 1 गिलास गर्म दूध में ½ चम्मच हल्दी मिलाकर पी लें।

सावधानियाँ:- ये सब घरेलू उपाय सिर्फ मलेरिया को ठीक करने में सहायक हैं, ये उपाय बिल्कुल भी इलाज़ नहीं हैं। 2-3 दिन से ज्यादा अगर बुखार रहें या कंपकंपी या कमज़ोरी हो तब तुरंत ब्लड टेस्ट कराएँ और डॉक्टर से मिल लें। बिना सलाह के एंटीबायोटिक या एलोपैथिक दवा न लें। अब हम आपसे चर्चा करेंगे मलेरिया की बीमारी के एलोपैथिक उपचार के बारे में।

मलेरिया की बीमारी के एलोपैथिक उपचार- Malaria ki bimari ke Allopathic upchar

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं मलेरिया की बीमारी के एलोपैथिक उपचार के बारे में।

Malaria ki bimari ke Allopathic upchar

अब हम आपसे मलेरिया की बीमारी के एलोपैथिक उपचार के बारे में बात करें तो मलेरिया की बीमारी का एलोपैथिक उपचार उस पर निर्भर करता हैं की संक्रमण किस प्रकार के Plasmodium परजीवी से हुआ हैं और रोग की गंभीरता कितनी हैं। मलेरिया का इलाज़ एलोपैथी में अधिक प्रभावी हैं, लेकिन इन सब के लिए सही दवा, सही खुराक और पूरा कोर्स बहुत आवश्यक हैं।

मलेरिया का जाँच

ब्लड टेस्ट

Rapid Diagnostic Test (RDT)

कौन-सा Plasmodium हैं इस बात का रिपोर्ट से पता करना।

संक्रमण हल्का हैं या गंभीर

एलोपैथिक दवाइयाँ

Plasmodium vivax के लिए

  • Chloroquine:- यह दवा बुखार और खून में परजीवी को खत्म करने के लिए लाभदायक होती हैं।
  • Primaquine:- लिवर में छिपे परजीवी को खत्म करने के लिए Primaquine की दवा लाभदायक होती हैं। यह दवा 14 दिन तक देनी होती हैं। इस दवा का इस्तेमाल करने से पहले G6PD टेस्ट करवाना आवश्यक हैं।

Plasmodium falciparum के लिए

  • Artemisinin-based Combination Therapy जैसे की Artemether+Lumefantrine (Coartem), Artesunate+Mefloquine और Artesunate+Sulfadoxine-Pyrimethamine (AS+SP)
  • Severe Cases में Intravenous Artesunate या अस्पताल में भर्ती कर दिया जाता हैं।

अन्य दवाइयाँ

  • Paracetamol:- Paracetamol की दवा बुखार और दर्द के लिए अत्यंत लाभदायक हैं।
  • IV Fluids:- IV Fluids डिहाइड्रेशन रोकने के लिए अत्यंत लाभदायक हैं।
  • Anti-nausea Drugs:- Anti-nausea Drugs मिचली और उल्टी के लिए आवश्यक हैं।

महत्तवपूर्ण बातें:- दवा का पूरा कोर्स कर लें भले ही बुखार पहले से ही ठीक हो जाए। Plasmodium की रिपोर्ट के आधार पर अपने नज़दीकी डॉक्टर से दवा लें। डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी दवा का सेवन न करें क्योंकि मलेरिया में गलत दवा से परजीवी वापस सक्रिय हो सकते हैं।

निष्कर्ष- Conclusion

ये हैं मलेरिया की बीमारी के घरेलू उपाय से संबंधित जानकारियाँ हम आपसे आशा करते हैं की आपको जरुर पसंद आई होगी। इस जानकारी को प्राप्त करने के बाद आपको मलेरिया की बीमारी के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो जाएगी।

इस जानकारी से आप मलेरिया की बीमारी को ठीक कर सकते हैं। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आती हैं तो आप हमारी इस जानकारी को लाइक व कमेंट जरुर कर लें।

इससे हमें प्रोत्साहन मिलेगा ताकि हम आपको बहेतर-से-बहेतर जानकारियाँ प्राप्त करवा सकें। हमारा उद्देश्य आपको घुमराह करना नहीं हैं बल्कि आपकी सेहत का ख्याल रखना हैं।

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