नाग पंचमी के रीति रिवाज़ और परंपराएँ: मंदिर में पूजा और आयोजन

Vineet Bansal

आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं नाग पंचमी के रीति-रिवाज़ और परंपराएँ के बारे में। अब हम आपसे नाग पंचमी के रीति-रिवाज़ और परंपराएँ के बारे में बात करें तो नाग पंचमी अलग-अलग क्षेत्रों में विभिन्न तरीकों से मनाई जाती हैं। नाग पंचमी के बहुत सामान्य रीति-रिवाज़ और परंपराएँ भी हो सकती हैं। पहले, हम आपसे चर्चा करेंगे नाग पंचमी कब आती हैं? 

नाग पंचमी कब आती हैं?- Naag panchami kab aati hain? 

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं नाग पंचमी कब आती हैं? अब हम आपसे नाग पंचमी के आने के बारे में बात करें तो नाग पंचमी हर वर्ष श्रावण मास की शुक्ल पंचमी को मनाया जाता हैं। हिंदू पंचाग के अनुसार, नाग पंचमी का दिन पंचमी तिथि के दौरान आता हैं। जो अमावस्या के बाद पांचवे दिन होता हैं। 

naag panchami kab aati hain

श्रावण मास, मुख्यतौर से जुलाई या अगस्त के बीच आता हैं। नाग पंचमी भी श्रावण मास के समय के आसपास ही पड़ती हैं। नाग पंचमी की तिथि वर्ष के अनुसार बदलती ही रहती हैं।

नाग पंचमी की निश्चित तारीख हर वर्ष बदलती ही रहती हैं। नाग पंचमी की सही तारीख जानने के लिए स्थानीय पंचाग और कैलेंडर देखना एक अच्छा तरीका हो सकता हैं। इस बार 2025 में नाग पंचमी का त्योहार 29 जुलाई 2025 को मनाई जाएगी। अब हम आपसे चर्चा करेंगे नाग पंचमी क्यों मनाई जाती हैं? 

नाग पंचमी क्यों मनाई जाती हैं?- Naag panchami kyon manai jati hain?

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं नाग पंचमी क्यों मनाई जाती हैं? नाग पंचमी एक जरुरी हिंदू त्यौहार हैं जो नागों की पूजा करने के लिए मनाया जाता हैं।

naag panchami kyon manai jati hain

इस त्यौहार के पीछे कई तरह के निम्नलिखित पौराणिक और सांस्कृतिक कारण हो सकते हैं:-

नाग पंचमी को मनाने का निम्नलिखित कारण

  • पौराणिक कथा:- पौराणिक कथाओं के हिसाब से नाग पंचमी का संबंध महाभारत से हैं। ऐसा कहा जाता हैं की नाग पंचमी के दिन अर्जुन ने अपने तीरों से नागराज तक्षक को हराया था। इन सब के बाद लोगों ने नागों की पूजा करना आरम्भ कर दिया ताकि नाग लोगों को नुकसान न पहुँचाएँ। 
  • प्राकृतिक संतुलन:- नाग पंचमी के समय आमतौर से मानसून के दौरान साँप अपने बिलों से बाहर निकलने लगते हैं। नाग पंचमी के दिन नागों को पूजा करने का मुख्य उद्देश्य हैं की साँपों और मनुष्यों के बीच शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व हमेशा बना रहे। 
  • कृषि और फसल की सुरक्षा:- कृषि समाज के अनुसार साँपों को खेतों के सरंक्षक के रुप में देखा जाता हैं। क्योंकि साँप चूहों और अन्य कीटों को खाते हैं। जो हमारी फसलों को नुकसान पहुँचा सकते हैं। नाग पंचमी के दिन किसान साँपों की पूजा करते हैं ताकि उनकी फसल ऐसे ही हमेशा सुरक्षित रहे। 
  • पारंपरिक मान्यता:- नाग पंचमी के दिन को शुभ माना जाता हैं। यह कहा जाता हैं की नाग देवता की पूजा करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि हमेशा बनी रहती हैं। नाग पंचमी के दिन महिलाएँ अपने भाइयों की लंबी उम्र और सुरक्षा के लिए व्रत रखती हैं। 
  • सांस्कृतिक उत्सव:- नाग पंचमी के दिन अलग-अलग रीति-रिवाज़ और परंपराएँ निभाई जाती हैं। इस दिन लोग अपने घरों के दरवाज़ों पर नागों की तस्वीरें बनाते है, मिठाईयाँ बाँटते हैं और मंदिरों में विशेष पूजा या अर्चना भी करते हैं।

इस त्योहार को अलग-अलग राज्यों और समुदायों में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता हैं। नाग पंचमी का मुख्य उद्देश्य नागों की पूजा करना और उनके प्रति आभार व्यक्त करना हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे नाग पंचमी कैसे मनाई जाती हैं? 

नाग पंचमी कैसे मनाई जाती हैं?- Naag panchami kaise manai jati hain?

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं नाग पंचमी कैसे मनाई जाती हैं? नाग पंचमी अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग तरीकों से मनाई जाती हैं।

naag panchami kaise manai jati hain

इस त्योहार को मनाने के कुछ सामान्य रीति-रिवाज़ और परंपराएँ निम्नलिखित हैं:-

नाग पंचमी को मनाने का निम्नलिखित रीति-रिवाज़

  • पूजा और आरती:- इस दिन लोग अपने घरों में या मंदिरों में नागों की पूजा करते हैं। नाग पंचमी के दिन नाग देवता की मूर्तियों या चित्रों के सामने दीप जलाए जाते हैं, फूल चढ़ाए जाते हैं और विशेष मंत्रों का उच्चारण भी किया जाता हैं। 
  • नागोंं का चित्रण:- नाग पंचमी के दिन घरों के दरवाज़ों पर गोबर या मिट्टी से नागों की तस्वीरें बनाई जाती हैं। नाग की तस्वीरें बनाना नाग देवता के प्रति सम्मान और श्रद्धा का प्रतीक होता हैं। 
  • दूध और मिठाई का अर्पण:- नाग पंचमी के दिन नागों को दूध, लड्डू और अन्य मिठाइयाँ अर्पित करते हैं। लोग यह मानते हैं की नाग देवता को दूध पिलाने से नाग देवता का आशीर्वाद प्राप्त होता हैं। 
  • नागों का पूजन:- कुछ ऐसे स्थान भी होते हैं जहाँ लोग वास्तविक नागों को पूजते हैं। इस दिन नागों को पकड़ा जाता हैं और नाग को दूध और मिठाई खिलाई जाती हैं। अब यह प्रथा थोड़ी कम हो गई हैं। इस वक्त लोगों को साँपों के प्रति दयालूता बरतने की सलाह दी जाती हैं।

नाग पंचमी को मनाने का अन्य रीति-रिवाज़

  • व्रत और उपवास:- नाग पंचमी के दिन महिलाएँ व्रत रखती हैं तथा अपने भाइयों की लंबी उम्र और सुरक्षा की प्रार्थना भी करती हैं। महिलाएँ नाग पंचमी की कथा सुनती हैं और अपने परिवार के कल्याण के लिए पूजा भी करती हैं। 
  • सांस्कृतिक कार्यक्रम:- कुछ ऐसे स्थान हैं जहाँ पर नाग पंचमी के मौके पर मेलों का आयोजन किया जाता हैं। इसमें अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम, नृत्य और संगीत का भी आयोजन किया जाता हैं। 
  • साँपों की सुरक्षा:- आजकल के समय में कई स्थानों पर नाग पंचमी के दौरान जागरुकता अभियान भी चलाया जाता हैं। ताकि लोग साँपों को किसी भी तरह का नुकसान ना पहुँचाएँ और उन्हें सुरक्षित वातावरण में छोड़ दिया जाएँ। 
  • मंगलकारी चित्र:- महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों में लोग इस दिन अपने घरों के बाहर हल्दी और चंदन से नागों की आकृतियाँ बनाते हैं। साथ ही पूजा भी करते हैं।

इस त्योहार को मनाने का मुख्य उद्देश्य नागों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करना और उनके प्रति आभार व्यक्त प्रकट करना हैं। नाग पंचमी के दिन को मनाने से लोग साँपों के साथ सह-अस्तित्व की भावना को समझते हैं। लोग इस दिन साँप को सुरक्षित रखने का प्रयास भी करते हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे नाग पंचमी मनाने से क्या होता हैं? 

नाग पंचमी मनाने से क्या होता हैं?- Naag panchami manane se kya hota hain?

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं नाग पंचमी मनाने से क्या होता हैं? अब हम आपसे नाग पंचमी मनाने के बारे में बात करें तो नाग पंचमी मनाने से अलग-अलग धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक लाभ मिलते हैं।

naag panchami manane se kya hota hain

यहाँ नाग पंचमी मनाने के निम्नलिखित लाभ हो सकते हैं:-

नाग पंचमी को मनाने का निम्नलिखित लाभ

  • सुख-शांति और समृद्धि:- नाग पंचमी की पूजा करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती हैं। यह कहा जाता हैं की नाग देवता की कृपा से परिवार के सदस्यों की स्वास्थ्य और खुशहाली में वृद्धि होने लगती हैं। 
  • नागों से सुरक्षा:- नाग पंचमी पर नागों की पूजा करने से जुड़ी एक मान्यता हैं। वो मान्यता हैं की नागों से जुड़ी किसी भी प्रकार के शाप या प्रतिकुल प्रभाव से सुरक्षा मिलती हैं। नाग पंचमी का दिन मुख्यतौर से नागों से डर या चिंता रखने वाले लोगों के लिए विशेष महत्तव रखता हैं। 
  • कृषि और फसल की सुरक्षा:- किसानों के लिए नाग पंचमी का दिन एक विशेष महत्तव रखता हैं। नागों की खेतों के सरंक्षक के रुप में समझा जाता हैं। क्योंकि साँप कीटों और चूहों को नियंत्रित कर सकते हैं। नाग की पूजा करने से फसलों की सुरक्षा और वृद्धि की उम्मीद भी की जाती हैं। 
  • आध्यात्मिक शांति:- नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा करने से आध्यात्मिक शांति और मानसिक सुकून की प्राप्ति होती हैं। नाग पंचमी का दिन ध्यान और साधना करने के लिए उपयुक्त माना जाता हैं।

नाग पंचमी को मनाने का अन्य लाभ

  • पारिवारिक संबंधों में सुधार:‌‌- नाग पंचमी के दिन महिलाएँ अपने भाइयों की लंबी उम्र और सुरक्षा के लिए व्रत रखती हैं। इससे पारिवारिक संबंधों में सुधार और सामंजस्य बढ़ने लगता हैं। 
  • सांस्कृतिक और धार्मिक एकता:- नाग पंचमी की पूजा अलग-अलग संस्कृतियों और समुदायों में एकता और सहयोग की भावना को प्रोत्साहित करने लगती हैं। नाग पंचमी का दिन सांस्कृतिक उत्सव और पारंपरिक रीति-रिवाज़ों को बढ़ावा देने के लिए मौका होता हैं। 
  • प्राकृतिक संतुलन:- नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने से प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने की दिशा में जागरुकता बढ़ने लगती हैं। नाग पंचमी का दिन नागों के साथ शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की भावना को भी बढ़ावा देने लगता हैं। 

यह त्योहार एक ऐसा मौका हैं जब लोग नाग देवता के प्रति अपनी श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करते हैं। नाग देवता के आशीर्वाद के लिए भी प्रार्थना करने लगता हैं। 

निष्कर्ष- Conclusion

ये हैं नाग पंचमी मनाने से संबंधित कुछ जानकारियाँ हम आपसे आशा करते हैं की आपको जरुर पसंद आई होगी। जानकारी पसंद आने पर जानकारी को लाइक व कमेंट जरुर करें।

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