आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं पाकिस्तान से रिश्तों पर बोले पीएम मोदी के बारे में। अब हम आपसे पाकिस्तान से रिश्तों पर बोले पीएम मोदी के बारे में बात करें तो पीएम मोदी ने पॉडकास्ट में कहा की दुनिया में कहीं पर आंतकवाद की घटना घटती हैं तो कहीं-न-कहीं पाकिस्तान का संबंध सामने आता हैं।
पीएम मोदी ने कहा की अमेरिका में 9/11 की बड़ी घटना हुई हैं। इसका मुख्य सूत्रधार ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में शरण लेकर बैठा था। दुनिया इस बात को पहचान गई हैं की पाकिस्तान दुनियाभर के लिए परेशानी का केंद्र बन चुका हैं।
भारत और पाकिस्तान के रिश्तों से जुड़े सवाल- Bharat aur Pakistan ke rishton se jude sawal
पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी पॉडकास्ट लेक्स फ्रीडमन से बातचीत की हैं। इसी दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत और पाकिस्तान के रिश्तों से जुड़े सवाल का भी जवाब दिया हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की 1947 से पहले सब लोग कंधा से कंधा मिलाकर आज़ादी की लड़ाई लड़ रहे थे।
उस वक्त जो भी नीति निर्धारक लोग थे उन्होंने भारत के इस विभाजन को स्वीकार किया था। भारत के लोगों ने सीने पर पत्थर रखकर बड़ी पीड़ा के साथ इस बात को मान लिया था की मुसलमानों को अपना एक देश चाहिए तो उन्हें दे दो।
लेकिन इन सब का परिणाम तभी सामने आया। लाखों लोग कत्लेआम में मारे गए। पाकिस्तान से ट्रेनें भर-भरकर लाशें आने लगी थी। पहले बहुत डरावने दृश्य थे।
लेकिन पाकिस्तान ने भारत का धन्यवाद करने और सुख से जीने की बजाय संघर्ष का रास्ता चुना हैं। अभी प्रॉक्सी वॉर चल रहा हैं। ये कोई भी विचारधारा नहीं हैं। टेररिस्टों पर एक्सपोर्ट करने का कार्य चल रहा हैं।
पीएम मोदी ने पॉडकास्ट में क्या कहा?- PM Modi ne podcast mein kya kaha?
पीएम मोदी ने पॉडकास्ट में कहा की दुनिया में कहीं पर भी आंतकवाद की घटना घटती हैं तो कहीं-न-कहीं पाकिस्तान का संबंध सामने आता हैं। पीएम मोदी ने कहा की अमेरिका में 9/11 की बड़ी घटना हुई हैं।
इन सब का मुख्य सूत्रधार ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में शरण लेकर बैठा था। दुनिया इस बात को पहचान गई हैं की पाकिस्तान दुनियाभर के लिए परेशानी का केंद्र बना हैं।
‘हर बार अच्छे प्रयासों का परिणाम नकारात्मक निकला’- ‘Har baar achche prayason ka parinam nakaratmak nikala’
पीएम मोदी ने अपने तीन घंटे से ज्यादा के संवाद में कहा की लगातार हम कह रहे हैं की आप आंतकवाद के रास्ते को छोड़ दें। ये सरकारी आंतकवाद हैं जो बंद होना चाहिए। सब कुछ आंतकवादियों के हाथ में छोड़ दिया हैं। इससे किसका भला होगा? पीएम मोदी ने कहा की शांति के प्रयासों के लिए मैं स्वयं लाहौर चल गया था।
मेरे प्रधानमंत्री बनने के बाद मैंने मेरे शतथ समारोह में पाकिस्तान को इन्वाइट किया था ताकि शुभ शुरुआत हो पाए। लेकिन हर बाद अच्छे प्रयासों का परिणाम नकारात्मक निकला हैं। हम आशा करते हैं की उनको सुद्धद्धि मिलेगी। वहाँ की जनता भी नहीं चाहती होगी की ऐसी जिंदगी जिएँ।
पाकिस्तान के साथ संबंध सुधारने की कोशिशों पर क्या बोले पीएम मोदी?- Pakistan ke sath sambandh sudharne ki koshish par kya bole PM Modi?
पाकिस्तान के साथ संबंध सुधारने के प्रयासों से संबंधित सवाल पर पीएम मोदी ने कहा की पाकिस्तान से संबंध सुधारने की सबसे बड़ी पहल थी की मेरे प्रधानमंत्री बनते ही शतथ समारोह में उनको निमंत्रित करना।
जो लोग मुझसे 2013 में ये सवाल पूछते थे की नरेंद्र मोदी की विदेश नीति क्या होगी। जब उन्होंने ये सुना की मोदी ने सार्क देशों के सब नेताओं को शतथ समारोह में बुलाया था। तो वो चौंक गए थे। लेकिन परिणाम सहीं नहीं मिले।