आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं पीरियड्स लेट आने के घरेलू उपाय के बारे में। अब हम आपसे पीरियड्स लेट आने के घरेलू उपाय के बारे में बात करें तो आम भाषा में पीरियड्स लेट आने को “पीरियड्स देरी से आना” भी कहा जाता हैं।
इसका मतलब यह होता हैं की मासिक धर्म चक्र अपनी सामान्य समय सीमा से और भी आगे बढ़ गया हैं। महिला को पीरियड्स लेट आने की स्थिति तब होती हैं जब महिला के मासिक चक्र में अनियमितता हो या उस महिला का पीरियड अपेक्षित तारीख पर न आ पाए।
यदि आपकी पीरियड्स लेट की समस्या लंबे समय तक बनी रहती हैं या अन्य लक्षण जैसे की पेट में दर्द, असामान्य रक्तस्त्राव आदि हो तब आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। अब हम आपसे चर्चा करेंगे पीरियड्स लेट आने के कारण के बारे में।
पीरियड्स लेट आने का कारण- Periods let aane ka karan
अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं पीरियड्स लेट आने के कारण के बारे में। अब हम आपसे पीरियड्स लेट आने के कारण के बारे में बात करें तो महिला को पीरियड्स लेट से आने के कई संभावित कारण हो सकते हैं।
पीरियड्स लेट आने के संभावित कारण महिला के शरीर की शारीरिक और हार्मोनल स्थिति पर निर्भर करता हैं। यहाँ पीरियड्स देरी से आने के संभावित कारण निम्नलिखित हैं:-
गर्भावस्था
यदि महिला यौन सक्रिय हैं और महिला ने गर्भनिरोधक उपाय नहीं अपनाए हुए तब पीरियड्स देरी से आने का सामान्य कारण गर्भावस्था हो सकता हैं।
तनाव
तनाव के कारण महिला के शरीर के अंदर कोर्टिसोल नामक हार्मोन बढ़ने लगता हैं। कोर्टिसोल नामक हार्मोन शरीर के हार्मोनल संतुलन को प्रभावित करता हैं और इसी कारण से पीरियड्स देरी से आते हैं।
पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम
पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम में अंडाशय में गाँठें बनने लगती हैं। इसके कारण ओव्यूलेशन में समस्या आने लगती हैं और पीरियड्स अनियमित होने लगते हैं।
थायरॉइड की समस्या
मासिक चक्र को थायरॉइड हार्मोन (अधिक सक्रिय या कम सक्रिय) का असंतुलन प्रभावित करता हैं।
वजन में परिवर्तन
अधिक वजन बढ़ने या घटने के कारण एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बदलने लगता हैं। इसके कारण पीरियड्स देरी से आने लगते हैं।
गर्भनिरोधक गोलियाँ या अन्य हार्मोनल दवाएँ
गर्भनिरोधक गोलियाँ लेने या तुरंत बंद करने के कारण मासिक चक्र में अनियमितता होती हैं। इसके कारण अन्य हार्मोनल दवाएँ भी पीरियड्स पर असर डालती हैं।
बहुत अधिक व्यायाम
अधिक व्यायाम करने के कारण शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर कम होने लगता हैं। इससे पीरियड्स देरी से आने लगते हैं।
पोषण की कमी
शरीर में पोषक तत्वों की कमी जैसे की आयरन या विटामिन डी भी मासिक धर्म को प्रभावित करने लगते हैं।
रजोनिवृत्ति
40-50 की उम्र के आसपास महिलाओं में रजोनिवृत्ति की शुरुआत होने लगती हैं। इससे मासिक चक्र धीरे-धीरे अनियमित होने लगता हैं।
अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ
गर्भाशय या अंडाशय से संबंधित समस्याएँ जैसे की रसौली, एंडोमेट्रियोसिस या संक्रमण। अब हम आपसे चर्चा करेंगे पीरियड्स लेट आने के घरेलू उपाय के बारे में।
पीरियड्स लेट आने के घरेलू उपाय- Periods let aane ke gharelu upay
अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं पीरियड्स लेट आने के घरेलू उपाय के बारे में। अब हम आपसे पीरियड्स लेट आने के घरेलू उपाय के बारे में बात करें तो पीरियड्स देरी से आने की समस्या का समाधान करने के लिए घरेलू उपाय लाभदायक होते हैं।
लेकिन यह जरुरी हैं ई आप सबसे पहले यह सुनिश्चित करें की इस घरेलू उपाय के पीछे कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या तो नहीं हैं जैसे की गर्भावस्था या हार्मोनल असंतुलन। यदि आपको पीरियड्स की समस्या बार-बार आती हैं तब आप डॉक्टर से सलाह जरुर कर लें।
गुड़ और अदरक का सेवन
आप अदरक का रस निकाल लें। उस रस में थोड़ा गुड़ मिलाकर गर्म पानी के साथ पी लें। अदरक शरीर में गर्मी बढ़ाने लगता हैं और पीरियड्स को नियमित करने में मददगार रहता हैं।
तिल और गुड़
रोज़ाना सुबह 1-2 चम्मच तिल और गुड़ को खाली पेट खा लें। तिल में लिनोलिक एसिड पाया जाता हैं जो हार्मोन को संतुलित करने लगता हैं।
हल्दी का सेवन
आप रोज़ाना गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पी लें। हल्दी में एक नेचुरल हीटिंग एजेंट पाया जाता हैं जो रक्त प्रवाह को बढ़ाने के बाद पीरियड्स को नियमित करने लगता हैं।
पपीता
आप ताज़ा पका हुआ पपीता खा लें या इसका जूस पी लें। पपीते में कैरोटीन पाया जाता हैं जो एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर को बढ़ाने के बाद पीरियड्स को समय पर लाने में मददगार रहता हैं।
अजवाइन का पानी
आप एक गिलास पानी में 1 चम्मच अजवाइन को उबालकर पी लें। अजवाइन शरीर को डिटॉक्स करने लगता हैं और ब्लड सुर्कलेशन को सुधारने लगता हैं।
गर्म पानी में स्नान या सेक
आप गर्म पानी में नहा लें या पेट के निचले हिस्से पर गर्म पानी की बोतल रख लें। गर्म पानी रक्त प्रवाह को बढ़ाने लगता हैं और पीरियड्स को जल्दी लाने में मददगार रहता हैं।
सौंफ का पानी
आप रातभर एक चम्मच सौंफ को पानी में भिगो दें और सुबह खाली पेट सौंफ के पानी को पी लें। सौंफ हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने लगता हैं और मासिक धर्म चक्र को नियमित करने लगता हैं।
दालचीनी
आप गर्म दूध या चाय में एक चुटकी दालचीनी पाउडर को मिला लें और पी लें। दालचीनी रक्त प्रवाह को बढ़ाने लगता हैं और हार्मोन को नियत्रिंत करने लगता हैं।
निष्कर्ष- Conclusion
ये हैं पीरियड्स लेट आने के घरेलू उपाय से संबंधित जानकारियाँ हम आपसे आशा करते हैं की आपको जरुर पसंद आई होगी। जानकारी पसंद आने पर जानकारी को लाइक व कमेंट जरुर करें।
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