आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं एक ताज़ा खबर के बारे में। अब हम आपसे एक ताज़ा खबर के बारे में बात करें तो पुरी जिला अस्पताल में घायलों की तुरंत भर्ती कराई गई हैं। जहाँ उन सब घायलों का इलाज़ चल रहा हैं। यह घटना शरधाबली के पास, श्रीगुंडिचा मंदिर के सामने उसे समय हुई जब रथ पर विराजमान भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने के लिए भारी भीड़ जमा थी।
भगदड़ के कारण तीन लोगों की मौत- Bhagdad ke karan teen logon ki maut
ओडिशा की पुरी में जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान एक दर्दनाक हादसा हुआ था। रविवार को सुबह 4:30 बजे जब भक्त श्रीगुंडिचा मंदिर के सामने भगवान के दर्शन करने के लिए भारी संख्या में लोग जमा थे, उसी दौरान वहाँ धक्का-मुक्की हुई थी और भगदड़ जैसी स्थिति बनी थी। इस घटना के कारण तीन लोगों की मौत हुई थी। जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं।
इन सब घायलों को तुरंत पुरी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। जहाँ उन सब घायलों का इलाज़ चल रहा हैं। यह घटना शरधाबली के पास, श्रीगुंडिचा मंदिर के सामने उस समय हुई जब रथ पर विराजमान भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने के लिए भारी भीड़ जमा थी।
भीड़ के नीचे दबकर तीन की मौत- Bheed ke niche dabkar teen ki maut
भगवान जगन्नाथ के दर्शन के समय भीड़ को नियंत्रित करना बहुत कठिन हुआ और लोगों में धक्का-मुक्की शुरु हुई थी। कुछ लोग जमीन पर भी गिर पड़े और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
इन सब के दौरान 3 लोग भीड़ के नीचे दब गए और उनकी मौके पर मौत हुई। सब मृतक खुर्दा जिले के बताए जा रहे हैं। इन मृतकों में दो महिलाएँ प्रभाती दास और बसंती साहू और 70 वर्षा की प्रेमाकांत महांती भी शामिल हैं।
घायलों में कुछ की हालत गंभीर- Ghayalon mein kuchh ki halat gambhir
ऐसे बड़े धार्मिक आयोजन में जहाँ लाखों लोग जुटा करते हैं, वहाँ भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस घटना में घायल हुए लोगों को तत्काल 108 एम्बुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया गया हैं।
वहाँ की डॉक्टरों की टीम लगातार उपचार कर रही हैं। इन सब घायलों में कुछ की हालत गंभीर भी बताई जा रही हैं।
आवश्यक जानकारी:- जगन्नाथ रथ यात्रा के पहले दिन 600 श्रद्धालु लोग हुए घायल।
हर साल रथ यात्रा में शामिल होते हैं लाखों श्रद्धालु- Har saal Rath Yatra mein shamil hote hain lakhon shraddhalu
पुरी की जगन्नाथ रथ यात्रा देश की सबसे बड़ी धार्मिक यात्राओं में से एक हैं। हर वर्ष लाखों श्रद्धालु लोग भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के दर्शन करने के लिए पुरी पहुँचते हैं।
जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान भगवान को श्रीमंदिर से बाहर लाकर श्रीगुंडिचा मंदिर तक ले जाया जाता हैं। कुछ दिन जहाँ वे विश्राम करते हैं। इसी यात्रा के बीच यह हादसा हुआ था।