आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं शिक्षा मंत्री ने किए बोर्ड परीक्षा में कुछ नए बदलाव के बारे में। अब हम आपसे शिक्षा मंत्री ने किए बोर्ड परीक्षा में कुछ नए बदलाव के बारे में बात करें तो बोर्ड परीक्षा को लेकर छात्रों और अभिभावकों के बीच काफी उत्साह और जिज्ञासा बढ़ गई हैं।
इस बार बोर्ड्स ने परीक्षा पैटर्न और नियमों में कुछ जरुरी बदलाव किए हैं। ये बदलाव सिर्फ CBSE बोर्ड्स में ही नहीं बल्कि अन्य बोर्ड्स में भी किए गए हैं। बोर्ड्स द्वारा किए गए जरुरी बदलाव छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन और समग्र विकास पर अच्छा प्रभाव डालेंगे।
इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य न सिर्फ छात्रों को अच्छे तरीके से तैयार करना हैं बल्कि छात्रों को अधिक व्यावहारिक और ज्ञान-आधारित शिक्षा प्रदान करना भी हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे बोर्ड परीक्षा द्वारा किए गए बदलाव के बारे में।
बोर्ड परीक्षा द्वारा किए गए बदलाव- Board pariksha dvara kiye gaye badlaav
अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं बोर्ड परीक्षा द्वारा किए गए बदलाव के बारे में। अब हम आपसे बोर्ड परीक्षा द्वारा किए गए बदलाव के बारे में बात करें तो बोर्ड परीक्षा में दो प्रमुख बदलाव लागू किए गए हैं।
ये बदलाव छात्रों के लिए अधिक महत्तवपूर्ण हैं। बोर्ड परीक्षा द्वारा बदलाव परीक्षा पैटर्न और हाज़िरी से जुड़ा हुआ हैं।
परीक्षा पैटर्न में बदलाव
इस बार CBSE बोर्ड ने National Policy के अनुसार परीक्षा पैटर्न को ज्यादा व्यावहारिक और ज्ञान-आधारित बनाने का फैसला किया हैं।
कक्षा 10वीं:- इस बार 10वीं कक्षा के बोर्ड परीक्षा में 50% प्रश्न Competency-Based होंगे। जैसा की पिछले 10वीं कक्षा के बोर्ड परीक्षा में था।
कक्षा 12वीं:- इस बार 12वीं कक्षा के बोर्ड परीक्षा में 40% से बढ़कर 50% प्रश्न Competency-Based होंगे।
Competency-Based प्रश्नों में शामिल होंगे:- MCQs (Multiple Choice Questions, केस आधारित प्रश्न और स्त्रोत-आधारित एकीकृत प्रश्न।
इस बार बोर्ड्स ने रट्टा मारने की प्रवृत्ति को कम करने के लिए लंबे उत्तर वाले सवालों की संख्या कम की हैं।
हाज़िरी का नया नियम
इस बार CBSE बोर्ड ने हाज़िरी के लिए भी एक नया नियम लागू किया हैं। इस बार CBSE बोर्ड ने स्पष्ट किया हैं की कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं के छात्रों को बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए कम से कम 75% उपस्थिति होनी चाहिए।
छात्रों की नियमितता और अनुशासन को सुनिश्चित करने के लिए CBSE बोर्ड ने यह नियम लागू किया हैं।
छूट:- मेडिकल इमरजेंसी, राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में भाग लेने के लिए CBSE बोर्ड ने 25% तक की छूट सुनिश्चित की हैं। स्कूलों में उपस्थिति का रिकोर्ड 1 जनवरी तक फाइनल किया जाएगा। 1 जनवरी के बाद उपस्थिति के रिकॉर्ड में कोई भी संशोधन नहीं होगा।
छात्रों के लिए सुझाव- Chhatron ke liye sujhav
विद्यार्थियों के लिए विशेष सुझाव यह हैं की इस बार छात्रों को पाठ्यक्रम की गहरी समझ को विकसित करना होगा। आप व्यावहारिक समस्याओं को हल करने की कोशिश करते रहें।
पिछले सालों के Sample Papers को हल करने का अभ्यास करें। ताकि आपको नए पैटर्न की आदत हो सकें। बोर्ड परीक्षा में सफलता पाने के लिए छात्रों को इन बदलावों को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारी पूर्ण करनी चाहिए। यहाँ कुछ सुझाव निम्नलिखित हैं:-
- समय प्रबंधन:- आप अपनी पढ़ाई समय पर शुरु करें और एक व्यवस्थित टाइमटेबल तैयार करें।
- पाठ्यक्रम पर पकड़:- आप हर विषय को गहराई से समझा करें और रट्टा मारने से जरुर बचें।
- नियमित स्कूल उपस्थिति:- आप स्कूल द्वारा आयोजित सभी कक्षाओं और मासिक परीक्षाओं में हिस्सा लें।
- प्रैक्टिकल परीक्षाओं की तैयारी:- जनवरी महीने में आयोजित होने वाली प्रैक्टिकल परीक्षाओं पर जरुर ध्यान दें।
- मॉक टेस्ट:- आप नियमित रुप से मॉक टेस्ट देने के बाद अपनी तैयारी का मूल्यांकन कर लें।
छात्रों के लिए प्रैक्टिकल परीक्षाओं में शामिल होना जरुर अनिवार्य हैं। जो भी छात्र प्रैक्टिकल परीक्षा में हिस्सा नहीं लेगा उसके अंक नहीं दिए जाएंगे।
निष्कर्ष- Conclusion
ये हैं बोर्ड परीक्षा में कुछ बदलाव से संबंधित जानकारियाँ हम आपसे आशा करते हैं की आपको जरुर पसंद आई होगी। जानकारी पसंद आने पर जानकारी को लाइक व कमेंट जरुर करें।
जानकारी को लाइक व कमेंट करने पर हमें प्रोत्साहन मिलेगा ताकि हम आपको बहेतर-से-बहेतर जानकारियाँ प्राप्त करवा सकें।
हम आपसे आशा करते हैं की हमारी दी हुई जानकारी को प्राप्त करने के बाद आपको थोड़ी संतुष्टि मिली होगी। हमारा उद्देश्य आपको घुमराह करना नहीं हैं बल्कि आप तक सही जानकारी प्राप्त करवाना हैं।
यह बदलाव जानकर मैं बहुत प्रसन्न हुआ हूँ।
Good decision 👍👍👍👍