सूखी खांसी के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार

Vineet Bansal

आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं सूखी खांसी के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार के बारे में। अब हम आपसे सूखी खांसी के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार के बारे में बात करें तो सूखी खांसी एक तरह की खांसी हैं जिसमें बलगम या कफ नहीं आता।

सूखी खांसी में गले में लगातार खुजली, जलन या खराश अनुभव होती हैं। इससे खांसने की इच्छा होती हैं लेकिन बलगम बिल्कुल भी नहीं निकलती। सूखी खांसी अक्सर परेशान करने वाली होती हैं।

इस खांसी से गले में दर्द या थकान होती हैं। आमतौर पर सूखी खांसी किसी संक्रमण, एलर्जी, धूल, प्रदूषण या अन्य उत्तेजक कारकों के कारण होते हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे सूखी खांसी कब तक रहती हैं?

सूखी खांसी कब तक रहती हैं?- Sukhi khansi kab tak rahti hain?

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं सूखी खांसी कब तक रहती हैं? आमतौर पर सूखी खांसी कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक रहती हैं।

sukhi khansi kab tak rahti hain

अगर सूखी खांसी लंबे वक्त तक बनी रहती हैं या अन्य गंभीर लक्षण भी जुड़ जाते हैं जैसे की बुखार या सांस लेने में दिक्कत तब यह खांसी किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का इशारा होती हैं। तभी आपको डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए। अब हम आपसे चर्चा करेंगे सूखी खांसी होने के कारण के बारे में।

जानिए गले में कफ के घरेलू उपचार के बारे में।

सूखी खांसी होने के कारण- Sukhi khansi hone ke karan

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं सूखी खांसी होने के कारण के बारे में।

sukhi khansi hone ke karan

अब हम आपसे सूखी खांसी होने के कारण के बारे में बात करें तो सूखी खांसी होने के कई कारण होते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:-

  • एलर्जी:- धूल, पराग, जानवरों के बाल या प्रदूषण जैसे एलर्जन्स के संपर्क में आने के बाद सूखी खांसी होने की संभावना हो सकती हैं।
  • साइनस संक्रमण:- साइनस में संक्रमण होने के कारण गले में कफ इकट्ठा होता हैं। इससे लगातार सूखी खांसी होने लगती हैं।
  • धूम्रपान:- धूम्रपान करने के बाद गले और फेफड़ों में जलन होने लगती हैं। इससे लंबे वक्त तक सूखी खांसी होने की संभावना बनी रहती हैं।
  • एसिड रिफ्लक्स:- एसिड रिफ्लक्स में पेट का एसिड गले तक पहुँचता हैं। इससे गले में जलन और सूखी खांसी हो सकती हैं।
  • वायरल संक्रमण:- सर्दी-जुकाम या फ्लू होने के बाद कुछ हफ्तों तक सूखी खांसी होने की संभावना बनी रहती हैं।
  • अस्थमा:- अस्थमा के मरीजों को भी सूखी खांसी होने की संभावना बनी रहती हैं। विशेषकर रात में या व्यायाम के पश्चात्‌।
  • प्रदूषण और धुआँ:- वायु प्रदूषण, धूल या किसी भी प्रकार के रासायनिक धुएँ के संपर्क में आने के बाद सूखी खांसी होने की संभावना बनी रहती हैं।
  • दवाइयाँ:- कुछ दवाइयाँ जैसे की ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने के लिए ACE inhibitors का सेवन करना भी सूखी खांसी का कारण बनता हैं।
  • मौसम में बदलाव:- सर्दी के मौसम के आने के कारण गले की सूजन और खांसी और भी बढ़ने लगती हैं।
  • पोस्ट-नैसल ड्रिप:- पोस्ट-नैसल ड्रिप में नाक के अंदर से कफ पीछे गले में गिर जाता हैं। इससे गले में खुजली और खांसी हो जाती हैं।

यदि सूखी खांसी लंबे वक्त तक बनी रहती हैं तो आपको तुरंत चिकित्सक से सलाह ले लेनी चाहिए। इससे आपको सूखी खांसी के सही कारण का पता चल सकता हैं। आप चिकित्सक की सलाह से सूखी खांसी का उपचार सही तरीके से करवा सकते हैं।

अगर सूखी खांसी ऐसी ही लगातार बढ़ती रहेगी तो गंभीर बीमारी होने की संभावना बनी रहती हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे सूखी खांसी के घरेलू उपाय के बारे में।

यह भी पढ़े:- जुकाम के घरेलू उपाय के बारे में।

सूखी खांसी के घरेलू उपाय- Sukhi Khansi ke gharelu upay

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं सूखी खांसी के घरेलू उपाय के बारे में।

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अब हम आपसे सूखी खांसी के घरेलू उपाय के बारे में बात करें तो सूखी खांसी को कम करने के प्रभावी घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं:-

  • शहद और अदरक:- अदरक के रस में एक चम्मच शहद मिलाने के बाद दिन में दो-तीन बार इसे पिएँ। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो गले की सूजन को कम करने में मददगार रहते हैं।
  • गर्म पानी से गरारे:- गर्म पानी में नमक मिलाने के बाद गरारे जरुर कर लें। गर्म पानी गले में जमा कफ को ढीला कर सकता हैं और राहत भी दे सकता हैं।
  • मुलेठी:- मुलेठी की जड़ का एक छोटा-सा टुकड़ा चबाने के बाद गले में आराम मिल सकता हैं और खांसी भी कम हो सकती हैं।
  • तुलसी और काली मिर्च:- 5-6 तुलसी के पत्तों को 2-3 काली मिर्च के साथ पानी में उबालने के बाद इसे चाय की तरह ही पीएँ। तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो गले की सूजन को कम करता हैं।
  • हल्दी वाला दूध:- एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाने के बाद रात को सोने से पहले पिएँ। हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं।
  • भाप लेना:- पानी में कुछ बूँदें पुदीने का तेल डालने के बाद भाप लें। जिससे नाक और गले की रुकावट दूर होने लगती हैं।
  • गर्म पानी:- दिन भर आप गर्म पानी पीते रहें। जिससे गले में नमी बनी रहती हैं और खांसी में भी राहत मिलता हैं।

इन सब घरेलू उपायों को अपनाने के बाद अगर आपको सूखी खांसी की ज्यादा समय बनी रहती हैं तो आप चिकित्सक से सलाह ले सकते हैं।

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निष्कर्ष- Conclusion

ये हैं सूखी खांसी के घरेलू उपाय से संबंधित जानकारियाँ हम आपसे आशा करते हैं की आपको जरुर पसंद आई होगी। जानकारी पसंद आने पर जानकारी को लाइक व कमेंट जरुर करें।

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