वायरल वीडियों (Viral Videos Leaked) लीक होने के पीछे के राज़ और उससे बचने के तरीके

Vineet Bansal

आज हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं वायरल वीडियों लीक होने के पीछे के राज़ के बारे में। अब हम आपएस वायरल वीडियों लीक होने के पीछे के राज़ के बारे में बात करें तो वायरल वीडियो लीक होना एक संवेदनशील मुद्दा हैं।

Contents
वायरल वीडियो लीक कैसे होती हैं?- Viral video leak kaise hoti hain?हैकिंग (Hacking)सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की सुरक्षा में चुकफ्रेंडस या जान-पहचान वालों द्वारा लीकफोन रिपेयर या डेटा रिकवरी सेंटर सेगलती से लीक होनासार्वजनिक वाई-फाई का उपयोगफिशिंग अटैकक्लाउड स्टोरेज का दुरुपयोगवायरल वीडियो लीक से बचा कैसे जा सकता हैं?- Viral video leak se bacha kaise ja sakata hain?मज़बूत पासवर्ड और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करेंक्लाउड स्टोरेज का सुरक्षित इस्तेमालअनजान लिंक और ईमेल से सावधान रहेसार्वजनिक वाई-फाई से बचेंसॉफ्टवेयर और एंटीवायरस को अपडेट रखेंनिजी जानकारी साझा करने में सावधानी बरतेफोन ब्लॉक और एन्क्रिप्शन का इस्तेमालसोशल मीडिया की प्राइवेसी सेटिंग्स चेक करेंवायरल वीडियो लीक क्यों की जाती हैं?- Viral video leak kyon ki jati hain?ध्यान आकर्षित करनासामाजिक और राजनीतिक एजेंडाधमकी या प्रतिशोधपैसा कमाने के लिएगलती या सुरक्षा की चूकनिष्कर्ष – Conclusion

किसी भी व्यक्ति की निजी जानकारी को उस व्यक्ति की अनुमति के बिना सार्वजनिक करना अवैध होता हैं। वायरल वीडियो की सामग्री को साझा करना, देखना या फैलाना कानून का उल्लंघन होता हैं। इस तरह के कार्य के कई गंभीर परिणाम होते हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे वायरल वीडियो लीक कैसे होती हैं? 

वायरल वीडियो लीक कैसे होती हैं?- Viral video leak kaise hoti hain?

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं वायरल वीडियो लीक कैसे होती हैं? अब हम आपसे वायरल वीडियो लीक के बारे में बात करें तो वायरल वीडियो लीक होने के पीछे कई तरह के कारण होते हैं।

viral vedio leak kaise hoti hain

यहाँ वायरल वीडियो को लीक करने के तरीके निम्नलिखित हैं:-

हैकिंग (Hacking)

वायरल वीडियो लीक होना सबसे सामान्य तरीका होता हैं। किसी भी व्यक्ति के फोन, कंप्यूटर, या क्लाउड स्टोरेज को हैक करना एक सामान्य तरीका होता हैं। हैकर्स संवेदनशील वीडियो, फोटो या अन्य डेटा को चुरा लेते हैं और बाद में उस डेटा को इंटरनेट पर अपलोड कर देते हैं।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की सुरक्षा में चुक

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की सुरक्षा में खामियों का लाभ उठाकर कुछ लोग किसी का निजी वीडियो या डेटा चुरा लेते हैं। यदि किसी भी यूज़र का सोशल मीडिया अकाउंट कमज़ोर पासवर्ड या अन्य सुरक्षा कारणों से सुरक्षित नहीं हैं तब भी हैकर्स उस अकाउंट को हैक कर लेते हैं।

फ्रेंडस या जान-पहचान वालों द्वारा लीक

कभी-कभी वीडियो स्वयं जान-पहचान वाले, दोस्त या करीबी लोग ही लीक करते हैं। किसी भी व्यक्ति से निजी वीडियो साझा करने पर अगर उस व्यक्ति ने भरोसा तोड़ा तब भी यह वीडियो लीक होता हैं।

फोन रिपेयर या डेटा रिकवरी सेंटर से

अगर कोई भी व्यक्ति अपना फोन मरम्मत कराने के लिए देता हैं या डेटा रिकवरी के लिए भेजता हैं तब भी डेटा लीक होने की संभावना बनी रहती हैं। कुछ फोन रिपेयर करने वाले लोग फोन के निजी डेटा को चुरा सकते हैं।

गलती से लीक होना

कभी-कभी व्यक्ति अपनी निजी वीडियो या डेटा को गलती से सोशल मीडिया पर अपलोड कर देता हैं। भले ही वह व्यक्ति उस वीडियो या डेटा को वहाँ से तुरंत हटा लें लेकिन इंटरनेट पर किसी भी चीज़ के एक बार अपलोड होते ही उस चीज़ को कोई भी डाउनलोड कर सकता हैं।

सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग

जब व्यक्ति सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल करता हैं तब उस व्यक्ति के डिवाइस हैकिंग के लिए अधिक असुरक्षित होते हैं। हैकर्स सार्वजनिक नेटवर्क पर संवेदनशील जानकारी चुरा लेते हैं।

फिशिंग अटैक

फिशिंग एक ऐसा तरीका होता हैं जिसमें किसी भी व्यक्ति को धोखा देकर उसकी निजी जानकारी, पासवर्ड या अन्य जरुरी जानकारी हासिल की जाती हैं। यह जानकारी फिर उनके अकाउंट्स या डेटा को एक्सेस करने के लिए उपयोग की जाती हैं। इससे वीडियो लीक होने की संभावना बनी रहती हैं।

क्लाउड स्टोरेज का दुरुपयोग

अगर कोई भी व्यक्ति अपना वीडियो क्लाउड स्टोरेज पर स्टोर करता हैं और उसका पासवर्ड कमज़ोर होता है या किसी के साथ शेयर करता हैं तब भी इस वीडियो का गलत इस्तेमाल किया जा सकता हैं। अब हम आपसे चर्चा करेंगे वायरल वीडियो लीक के बचाव करने के बारे में।

जानिए Youtube पर वीडियो को वाइरल कैसे करें? 

वायरल वीडियो लीक से बचा कैसे जा सकता हैं?- Viral video leak se bacha kaise ja sakata hain?

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं वायरल वीडियो लीक के बचाव करने के बारे में। अब हम आपसे वायरल वीडियो लीक के बचाव करने के बारे में बात करें तो वायरल वीडियो लीक से बचने के कुछ महत्तवपूर्ण सुरक्षा उपाय अपनाए जाते हैं।

viral vedio leak se bacha kaise ja sakata hain

इन सावधानियों से आप अपनी निजी जानकारी को सुरक्षित रख सकते हैं। यहाँ वायरल वीडियो लीक के बचाव के निम्नलिखित मुख्य उपाय हैं:- 

मज़बूत पासवर्ड और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करें

आप अपने डिवाइस, सोशल मीडिया अकाउंट्स और ईमेल के लिए एक मज़बूत पासवर्ड सेट करें। मज़बूत पासवर्ड में अल्फाबेट्स, नंबर्स और स्पेशल कैरेक्टर्स का मिक्सर होना चाहिए। आप टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग कीजिए।

टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन से आपके अकाउंट में लॉगिन करने के लिए पासवर्ड के अलावा एक और सुरक्षा चरण की जरुरत पड़ती हैं। जैसे की फोन पर भेजा गया कोड और ऐप के जरिए ऑथेंटिकेशन।

क्लाउड स्टोरेज का सुरक्षित इस्तेमाल

क्लाउड स्टोरेज जैसे की Google Drive, i cloud, Drop Box आदि का इस्तेमाल करते वक्त आप जरुर ध्यान रखें की वहाँ स्टोर किया गया डेटा सुरक्षित हो। आप अपने अकाउंट का पासवर्ड नियमित रुप से बदलते रहे और पासवर्ड को किसी के साथ भी शेयर न करें।

संवेदनशील वीडियो और तस्वीरों को क्लाउड पर स्टोर करने से जरुर बचें। अगर क्लाउड पर स्टोर करना जरुरी हैं तो आप उस डेटा को एन्क्रिप्ट करके स्टोर कीजिए।

अनजान लिंक और ईमेल से सावधान रहे

फिशिंग अटैक्स से बचने के लिए किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए ईमेल, मैसेज या लिंक पर क्लिक बिल्कुल न करें। अनजान लिंक पर क्लिक करने से हैकर्स आपकी जानकारी आसानी से चुरा सकते हैं। अगर आपको किसी भी प्रकार का संदिग्ध लिंक प्राप्त हो तो आप पहले उस लिंक की जरुर जाँच कर लें।

सार्वजनिक वाई-फाई से बचें

सार्वजनिक वाई-फाई का इस्तेमाल करते वक्त संवेदनशील जानकारी या वीडियो अपलोड करने या भेजने से जरुर बचें। वाई-फाई का नेटवर्क असुरक्षित होते हैं। हैकर्स वाई-फाई के नेटवर्क से आसानी से एक्सेस कर सकते हैं।

अगर सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग करना जरुरी हैं तो आप वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का इस्तेमाल करें। इससे आपका नेटवर्क पूर्ण रुप से सुरक्षित रहता हैं।

सॉफ्टवेयर और एंटीवायरस को अपडेट रखें

नियमित रुप से आप अपने फोन, लैपटॉप और अन्य डिवाइसों का सॉफ्टवेयर अपडेट करते रहे। सॉफ्टवेयर अपडेट्स में सुरक्षा संबंधी सुधार हो सकते हैं जो आपकी डिवाइस को सुरक्षित रख सकते हैं। आप अच्छे एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें। जो संभावित खतरों का पता लगाकर ब्लॉक कर सकें।

निजी जानकारी साझा करने में सावधानी बरते

किसी भी प्लेटफॉर्म पर अपनी निजी जानकारी या वीडियो शेयर करने से पहले आप इस बात का खास ध्यान रखें की वह प्लेटफॉर्म कितना सुरक्षित हैं। सिर्फ उन लोगों के साथ निजी जानकारी शेयर करें जिन पर आपको खुद से ज्यादा भरोसा हो।

फोन ब्लॉक और एन्क्रिप्शन का इस्तेमाल

आप अपने फोन या डिवाइस पर स्क्रीन लॉक, पिन या बायोमैट्रिक सुरक्षा का इस्तेमाल कीजिए। आप अपने फोन के डेटा को एन्क्रिप्ट कीजिए। अगर आपका फोन खो भी जाए तब भी कोई आपकी जानकारी तक पहुँच न सकें।

सोशल मीडिया की प्राइवेसी सेटिंग्स चेक करें

आप अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की प्राइवेसी सेटिंग्स जरुर चेक कर लें। आप सुनिश्चित करें की आपकी पोस्ट और वीडियो सिर्फ आपके दोस्तों या विश्वसनीय लोगों को ही दिखें।

आप (Public) विकल्प के बजाय (Friends)  या (Private) विकल्प का इस्तेमाल कीजिए। अब हम आपसे चर्चा करेंगे वायरल वीडियो लीक क्यों की जाती हैं?

वायरल वीडियो लीक क्यों की जाती हैं?- Viral video leak kyon ki jati hain?

अब हम आपसे चर्चा करने जा रहे हैं वायरल वीडियो क्यों की जाती हैं? अब हम आपसे वायरल वीडियो लीक के बारे में बात करें तो वायरल वीडियो लीक होने के कई कारण होते हैं।

viral vedio leak kyon ki jati hain

वीडियो लीक अक्सर व्यक्तिगत या व्यावसायिक लाभ समाज में ध्यान आकर्षित करने के उद्देश्यों से किया जाता हैं। यहाँ कुछ सामान्य कारण निम्नलिखित हैं:- 

ध्यान आकर्षित करना

कुछ लोग ऐसे हैं जो जानबूझकर वीडियो लीक करते हैं। ताकि वे लोग मीडिया और सार्वजनिक ध्यान आकर्षित कर पाए। जिसमें मुख्यतौर पर वायरल सामग्री बनकर अपने व्यक्तिगत या व्यावसायिक लाभ के लिए प्रचार शामिल हो सकता हैं।

सामाजिक और राजनीतिक एजेंडा

कुछ लोग वीडियो जानबूझकर लीक करते हैं ताकि वो लोग सामाजिक या राजनीतिक मुद्दों पर ध्यान आकर्षित कर सकें। वायरल वीडियो समाज में जागरुकता फैलाने या किसी विशेष एजेंडा को प्रमोट करने के लिए लीक किए जाते हैं।

धमकी या प्रतिशोध

व्यक्तिगत प्रतिशोध या धमकी के कारण भी वीडियो लीक की जाती हैं। अगर किसी व्यक्ति या समूह के बीच विवाद होता हैं तब एक पक्ष दूसरे पक्ष को नुकसान पहुँचाने के लिए वायरल वीडियो लीक कर सकता हैं।

पैसा कमाने के लिए

कुछ लोगों का वीडियो लीक का मुख्य उद्देश्य आर्थिक लाभ प्राप्त करना होता हैं। ऐसे वीडियो को बेचकर या विज्ञापन के अनुसार पैसे कमाने का प्रयास किया जा सकता हैं।

गलती या सुरक्षा की चूक

कभी-कभी वीडियो लीक होना सुरक्षा की चूक के कारण भी होता हैं। जैसे की कोई भी संवेदनशील वीडियो गलती से सार्वजनिक रुप से शेयर होता हैं या क्लाउड स्टोरेज की सुरक्षा में चूक के कारण होता हैं।

यह भी पढ़ें:-  उज्जैन से दुष्कर्म का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

निष्कर्ष – Conclusion

ये हैं वायरल वीडियो के लीक से संबंधित जानकारियाँ हम आपसे आशा करते हैं की आपको जरुर पसंद आई होगी। जानकारी पसंद आने पर जानकारी को लाइक व कमेंट जरुर करें।

जानकारी को लाइक व कमेंट करने पर हमें प्रोत्साहन मिलेगा ताकि हम आपको बहेतर-से-बहेतर जानकारियाँ प्राप्त करवा सके।

हम आपसे आशा करते हैं की हमारी दी हुई जानकारी को प्राप्त करने के बाद आपको थोड़ी संतुष्टि मिली होगी। हमारा उद्देश्य आपको घुमराह करना नहीं हैं बल्कि आप तक सही जानकारी प्राप्त करवाना हैं।

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मैं रोज़ाना की खबरों पर लिखने के लिए प्रेरित हूँ और भारत की सभी खबरों को कवर करता हूँ। मेरा लक्ष्य पाठकों को ताज़ा जानकारी प्रदान करना है, जो उन्हें समाचार की समझ और देशव्यापी घटनाओं की खोज में मदद करे।
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